सिर्फ 10 रुपये में DMRC देने जा रहा ये बड़ी सुविधा, बेफिक्र होकर करें 60 km का सफर
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानी दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) मेट्रो स्टेशनों पर सिर्फ 10 रुपये में ई-बाइक (Electric bike) की सुविधा दे रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते जहां केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है, वही इस दिशा में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ने भी अहम कदम उठाया है। इसके तहत डीएमआरसी यानी दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) मेट्रो स्टेशनों पर सिर्फ 10 रुपये में ई-बाइक (Electric bike) की सुविधा देने जा रहा है। सिर्फ 10 रुपये देकर इन ई-बाइक्स से 60 किलोमीटर की दूरी तक सफर तय किया जा सकेगा।
मेट्रो यात्रियों के साथ अन्य लोगों को भी ई-बाइक की सुविधा मुहैया कराने के लिए डीएमआरसी ने ई-वीकल कंपनी युलु (yulu) से अनुबंध किया है। इस अनुबंध के तहत कंपनी डीएमआरसी को ई-बाइक्स मुहैया कराएगी।
डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल ई-बाइक्स मुहैया कराने की सुविधा दिल्ली के सात मेट्रो स्टेशनों पर ही उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन बाद इसे पूरी दिल्ली में लागू किया जाएगा। साल के अंत यानी दिसंबर 2019 तक दिल्ली मेट्रो के स्टेशनों पर तकरीबन 5000 सुपर स्मार्ट बाइक्स मुहैया होंगी। इसके बाद अगले साल यानी 2020 के शुरुआती छह महीने के दौरान एनसीआर के मेट्रो रेल नेटवर्क पर 2500 बाइक उपलब्ध करा दी जाएगी।
यलो लाइन के मेट्रो स्टेशन दिल्ली हाट (Delhi haat), आइएनए (INA), जोर बाग (zor bagh) और पटेल चौक (Patel chowk) और ब्लू लाइन के मंडी हाउस (mandi house) और प्रगति मैदान (pragati Maidan) के अलावा, वॉयलेट लाइन के खान मार्केट (khan market) और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों के लिए ई-बाइक्स की सुविधा मुहैया रहेगी।
ई-बाइक्स का कैसे होगा इस्तेमाल यह भी जानें
- ई-बाइक्स का इस्तेमाल करने के लिए आपको 250 रुपये अग्रिम भुगतान करना होगा जो वापस मिल जाएगा।
- 250 रुपये की राशि को बतौर सुरक्षा पैसा (Security Money) लिया जाएगा।
- इन ई-बाइक्स का महज 45 किलो वजन होगा।
- कम वजन की बाइक होने के चलते 12 साल का बच्चा भी इन्हें चला सकता है।
- महिलाओं के साथ पुरुष आसानी से इन्हें चला सकते हैं।
- ई-बाइक्स को चलाने के लिए किसी ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होगी।
- बाइक का इस्तेमाल करने के लिए मोबाइल नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- बाइक एक बार बैटरी चार्ज होने पर करीब 60 किमी तक चलेगी।
जीपीएस लगा होने से चोरी नहीं होगी बाइक
इस्तेमाल करने के दौरान इन ई-बाइक्स की चोरी नहीं की जा सकेगी। दरअसल, इन बाइक्स में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम लगा होगा। जिसके जरिये चोरी की स्थिति में इन्हें आसानी से हासिल किया जा सकेगा। इतना ही नहीं, चोरी करने के बाद इन बाइक्स की बैटरी चार्ज करना नामुमकिन होगा। बताया जा रहा है कि इस बाइक को कुछ इस तरह डिजाइन किया गया है, जिससे इसकी बैटरी नहीं निकाली जा सकती है। बैटरी के डिजाइन के हिसाब से इन बाइक्स को सिर्फ मेट्रो के चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज किया जा सकेगा।
न लाइसेंस का झंझट और न तेल डलवाने की परेशानी
इन बाइक्स को चलाने के लिए यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं पेश आएगी। सामान्य सी प्रक्रिया पूरी करने के बाद लोगों को ये बाइक्स मिल जाएंगी। इन्हें चलाने के लिए लाइसेंस की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि इनकी गति साइकिल की तरह ही। ऐसे में हादसे का भी कोई चांस नहीं है। बैटरी चालित इन बाइक्स को सफर लोगों के लिए निराला अनुभव साबित होगा।
New MV Act के भारी चालान से बचा सकता है आपका स्मार्ट फोन, जानिए- कैसे
दिल्ली के लाखों वाहन चालकों के लिए जरूरी खबर, राजधानी में बदलने वाला है यह नियम
IIT JAM 2020: शुरू होने जा रही है आवेदन प्रक्रिया, जानें कहां और कैसे करना है अप्लाई