गोकुलपुरी मेट्रो हादसे के 14 दिन बाद भी DMRC मौन, पुलिस को नहीं बता सकी ठेकेदार का नाम
दिल्ली मेट्रो के पिंक लाइन के गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन पर आठ फरवरी को स्लैब गिरने से हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू की और डीएमआरसी से पूछा कि आखिर स्लैब को किस ठेकेदार ने बनाया है ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई हो सके। 14 दिन बीतने के बाद भी जवाब नहीं मिलने पर पुलिस ने दोबारा चिट्ठी लिखी।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। पिंक लाइन के गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन से आठ फरवरी को स्लैब गिरने से हुए हादसे में एक व्यक्ति की मौत व चार लोग घायल हुए थे। डीएमआरसी हादसे के 14 दिन गुजर जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस को यह बता नहीं सकी कि मेट्रो स्टेशन का निर्माण किस ठेकेदार व कंपनी ने किया था।
19 फरवरी तक दिल्ली पुलिस के पहले पत्र का जवाब न देने पर पुलिस ने दोबारा से डीएमआरसी को पत्र लिखकर निर्माण करने वाले ठेकेदार का नाम पूछा है। सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने दिन गुजर जाने के बाद भी डीएमआरसी ठेकेदार के बार में पुलिस को कुछ बता क्यों नहीं पा रही है?
'डीएमआरसी बताए हादसे के लिए कौन जिम्मेदार'
जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. जाय टिर्की ने बताया कि मेट्रो स्टेशन पर हुए हादसे के संबंध में दिल्ली पुलिस ने डीएमआरसी को नौ फरवरी को एक पत्र लिखा था। डीएमआरसी मेट्रो का संचालन करती है। ऐसे में वह ही बता सकती है कि आखिर किस कारण से हादसा हुआ और इसका जिम्मेदार कौन है? पहले पत्र का जवाब न मिलने पर पुलिस ने फिर से डीएमआरसी को पत्र लिखकर जवाब देने को कहा है।
गोकलपुरी मेट्रो स्टेशन पर मरम्मत का कार्य जारी
वहीं हादसे के बाद से ही डीएमआरसी की तरफ से गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन पर मरम्मत का कार्य जारी है। सड़क किनारे मलबा पड़ा हुआ है। मेट्रो स्टेशन के नीचे वजीराबाद से गोकलपुर गांव जाने वाली सड़क हादसे के बाद से ही बंद है। इस कारण यहां के स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें काफी घूमकर वजीराबाद रोड से गोकलपुरी गांव, जौहरीपुर व शिव विहार जाना पड़ रहा है।

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