Dengu Case: राजधानी दिल्ली में 1500 पार पहुंचा डेंगू का आंकड़ा, एक सप्ताह में मिले 314 नए मरीज
Dengu Case एमसीडी की रिपोर्ट के अनुसार बीते सप्ताह में दर्ज किए गए डेंगू 314 मरीजों में नगर निगम इलाके से 245 मरीज हैं जबकि दो मरीज नई दिल्ली नगरपालिका परिषद(एनडीएमसी) इलाके से हैं। अब दिल्ली में मरीजों का आंकड़ा 1572 हो गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों के बढ़ते प्रकोप के बीच इस वर्ष कुल मरीजों की संख्या 1500 पार हो गई है। 12 सितंबर तक डेंगू के 314 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। जिससे कुल मरीजों का आंकड़ा 1572 हो गया है। इसी प्रकार मलेरिया के 29 नए मरीजों के साथ कुल मरीजों की संख्या 182 तक पहुंच गई है। चिकनगुनिया के भी चार नए मरीजों की पुष्टि के साथ कुल मरीजों की संख्या 32 हो गई है।
हालांकि राहत की बात है कि मच्छरजनित बीमारियों से किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन हर सप्ताह 300 से अधिक मरीजों को डेंगू अपनी चपेट में ले रहा है। एमसीडी की रिपोर्ट के अनुसार बीते सप्ताह में दर्ज किए गए डेंगू 314 मरीजों में नगर निगम इलाके से 245 मरीज हैं जबकि दो मरीज नई दिल्ली नगरपालिका परिषद(एनडीएमसी) इलाके से हैं।
छह मरीज दिल्ली कैंट इलाके से हैं और रेलवे इलाके से चार मरीज हैं और 57 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है। मलेरिया के 29 मरीजों में से 26 मरीज एमसीडी क्षेत्र से हैं और तीन मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है। इसी प्रकार चिकनगुनिया के चार नए मरीजों में से चारों मरीज एमसीडी क्षेत्र से ही हैं।
42 दिन में दर्ज हुए 1300 से अधिक मरीज
राजधानी में बीते डेढ़ माह में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप ज्यादा बढ़ा है। यही वजह है कि 1572 में से 1328 मरीज 42 दिनों में दर्ज किए गए हैं। अकेले सितंबर माह में 693 तो 12 अक्टूबर तक 635 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिस तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं उससे लगता है कि इस माह 2017 तक का भी रिकार्ड टूट सकता है। वर्ष 2017 में सर्वाधिक डेंगू के मरीजों की पुष्टि अक्टूबर माह में ही हुई थी। अक्टूबर माह ही मच्छरजनित बीमारियों के लिए ज्यादा संवेदनशील ही माना जाता है। इसके बाद तापमान में गिरवाट होने के बाद से मच्छरों की उत्पत्ति कम हो जाती है जिससे मामलों में कमी आती है।
एनडीएमसी इलाके में शुरू हो गई है फागिंग
एमसीडी के बाद एनडीएमसी ने भी फागिंग शुरू कर दी है। एनडीएमसी के अनुसार बीते सप्ताह से फागिंग शुरू की गई है। जिसमें रिहायशी इलाकों के साथ ही उन क्षेत्रों में विशेष रूप से फागिंग की जा रही है जहां पर मरीजों की पुष्टि हो रही है।
माह वार डेंगू की स्थिति
- वर्ष जनवरी-फरवरी-मार्च-अप्रैल-मई-जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर-अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर
- 2017-4-2-6-6-20-17-131-518-1103-2022-816-81
- 2018-6-3-1-2-10-8-19-58-374-1114-1062-141
- 2019-1-1-4-2-3-11-18-52-190-787-717-250
- 2020-0-4-2-7-6-1-11-47-188-346-338-122
- 2021-0-2-5-10-12-7-16-72-217-382-1196-6739-1337
- 2022-23-16-22-20-30-32-26-75-693-635
माहवार मलेरिया की स्थिति
- वर्ष -जनवरी-फरवरी-मार्च-अप्रैल-मई-जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर-अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर
- 2017-0-3-7-3-17-41-94-140-177-70-20-5
- 2018-0-2-1-1-17-25-42-82-138-130-33-2
- 2019-0-0-0-1-8-35-54-56-214-249-68-28
- 2020-6-3-2-5-3-18-8-29-102-34-13-5
- 2021-0-1-3-3-1-3-10-36-56-47-7-0
- 2022-0-2-3-6-7-9-6-16-76-57
नोट 2017 से लेकर 2021 के आंकड़े जनवरी से दिसंबर माह के हैं जबकि 2022 के आंकड़े एक जनवरी से लेकर 12 अक्टूबर तक के हैं।
छह वर्षों में मच्छरजनित बीमारियों की स्थिति
- वर्ष-मलेरिया-डेंगू-चिकनगुनिया
- 2017-533-2884-426
- 2018-411-1020-109
- 2019-535-644-123
- 2020-199-395-73
- 2021-142-723-69
- 2022-182-1572-32
डेंगू के अपुष्ट पते वाले मरीजों का आंकड़ा
- वर्ष - अपुष्ट पते वाले मरीज- कुल मरीज
- 2022-413-1572
- 2021-235-723
- 2020-83-395
- 2019-317-644
नोट : आंकड़े प्रत्येक वर्ष एक जनवरी से 12 अक्टूबर तक के हैं।
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