Delhi Zoo: जोर-शोर से होगा कछुओं और ऊदबिलाव का स्वागत, चिड़ियाघर में बनाया गया ऐसा माहौल
दिल्ली चिड़ियाघर में दो दशक बाद चिकने बालों वाले ऊदबिलाव और कछुओं की वापसी हो रही है। सूरत चिड़ियाघर से ऊदबिलाव का एक जोड़ा और 15 कछुए दिल्ली लाए जाएंगे। ऊदबिलावों के लिए मगरमच्छों के पुराने बाड़े का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। चिड़ियाघर में प्रजातियों की संख्या बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए चिड़ियाघर में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली चिड़ियाघर इन दिनों नई ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ है। क्योंकि कई सालों के बाद यहां कुछ खास मेहमान लौटने वाले हैं। करीब दो दशक के बाद राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में एक बार फिर चिकने बालों वाले ऊदबिलाव दिखाई देंगे।
सूरत चिड़ियाघर से ऊदबिलाव का एक जोड़ा और 15 कछुए दिल्ली लाए जाएंगे। जिनमें पांच नर और दस मादा कछुए शामिल हैं। इसके लिए चिड़ियाघर में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।
ऊदबिलावों और कछुओं का खास स्वागत
चिड़ियाघर के निदेशक डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि ऊदबिलावों के स्वागत के लिए मगरमच्छों के पुराने बाड़े का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस बाड़े को अब ऊदबिलावों और कछुओं की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया जा रहा है, ताकि उन्हें सूरत जैसा माहौल मिल सके। इसके लिए विशेषज्ञों की एक टीम सूरत चिड़ियाघर आई है, जो जानवरों की स्थिति और उनकी देखभाल के तरीके का आकलन करेगी।
इसके अलावा डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि हमारा प्रयास है कि चिड़ियाघर की जैव विविधता बढ़े और दर्शकों को नई प्रजातियां देखने को मिलें। ऊदबिलाव की आखिरी मौजूदगी 2004 में थी। जब आखिरी सदस्य की मौत हो गई थी। अब 20 साल बाद यह प्रजाति फिर से लौट रही है। इनके रहने के लिए नया मगरमच्छ बाड़ा बनाने का काम चल रहा है। इस महीने के अंत तक काम पूरा होने की उम्मीद है।
जू में बढ़ाया जा रहा प्रजातियों की संख्या
हाल ही में कुछ जानवरों की मौत के बाद चिड़ियाघर प्रबंधन प्रजातियों की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है। हाल ही में चिड़ियाघर में ऑस्ट्रेलियन एमू पक्षी के जोड़े ने 55 दिन बाद दो स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया। यहां उनकी विशेष देखभाल की व्यवस्था की गई है, ताकि नवजात सुरक्षित और स्वस्थ रहें।
वहीं, नई योजनाओं के तहत इंदौर से शेर, जम्मू से हिमालयन काले भालू और दो अन्य चिड़ियाघरों से तेंदुए लाने की तैयारी अंतिम चरण में है। इन दो नए मेहमानों के आने के बाद अब दिल्ली चिड़ियाघर में कुल 96 प्रजातियों के जानवर हो जाएंगे। ऐसे में उम्मीद है कि ये बदलाव न सिर्फ जानवरों के लिए बेहतर माहौल तैयार करेंगे, बल्कि दर्शकों के लिए भी उत्साह और जानकारी से भरा अनुभव साबित होंगे।
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