दिल्ली चिड़ियाघर में छह शावकों में से चार की मौत, दो पर मंडरा रहा खतरा, अधिकारियों में बढ़ी बेचैनी
दिल्ली चिड़ियाघर में बाघिन अदिति के छह शावकों में से चार की दुखद मौत हो गई। कमजोर होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वर्तमान में अदिति के केवल दो शावक जीवित हैं विशेषज्ञों की निगरानी में हैं। चिड़ियाघर प्रशासन शावकों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेजा गया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली चिड़ियाघर में सात वर्षीय बाघिन अदिति के छह शावकों में से चार की मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को गहरी चिंता में डाल दिया है। 4 अगस्त को अदिति ने छह शावकों को जन्म दिया था। जन्म के बाद शुरुआती दिनों में सभी स्वस्थ नजर आए, लेकिन चार दिन बाद ही सबसे छोटे शावक ने दम तोड़ दिया। इसके बाद 9 अगस्त को एक और शावक मां का दूध न पी पाने के कारण कमजोर हो गया, जिसे अस्पताल भेजा गया। 10 अगस्त की रात उसकी भी मौत हो गई। 22 अगस्त की सुबह इनमें से दो शावकों की भी मौत हो गई। अब अदिति के केवल दो शावक ही बचे हैं।
दूध पीना पूरी तरह छोड़ा
स्थिति और गंभीर तब हुई जब 20 अगस्त की रात तीन शावकों ने दूध पीना पूरी तरह छोड़ दिया। चिड़ियाघर प्रशासन ने उन्हें मां से अलग कर अस्पताल में हाथ से दूध पिलाना शुरू किया। हालांकि, 22 अगस्त की सुबह इनमें से दो शावकों की भी मौत हो गई। अब अदिति के केवल दो शावक ही बचे हैं। इनमें से एक की हालत स्थिर है, जबकि दूसरा गहन उपचार में है। इन दोनों पर विशेषज्ञों की चौबीसों घंटे निगरानी रखी जा रही है।
दो शावकों की हालत गंभीर
चिड़ियाघर के निदेशक डा. संजीत कुमार ने बताया कि शावकों को बचाने के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) और अन्य विशेषज्ञ संस्थानों से लगातार सलाह ली जा रही है। 15 तारीख को लाए गए दो शावकों का एक का गहन उपचार चल रहा है और अभी उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। वहीं, मृत शावकों के शव को पोस्टमार्टम और विस्तृत जांच के लिए आईवीआरआई भेजा गया हैं।
शावकों को जीवित रखना बड़ी चुनौती
वहीं, वर्तमान में दिल्ली चिड़ियाघर में बाघों की कुल संख्या 15 है। इनमें 7 रायल बंगाल टाइगर (3 नर, 4 मादा), 6 सफेद बाघ (2 नर, 4 मादा) और अदिति के बचे दो शावक शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि हर संभव प्रयासों के बावजूद शावकों को जीवित रखना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।
गौरतलब है कि बाघिन अदिति को वर्ष 2021 में नागपुर से दिल्ली लाया गया था और यह उसका पहला सफल प्रसव था। नर बाघ विजय जूनियर पहले ही कई संतानों का जन्म दे चुका है। 2023 में जनता के सामने प्रदर्शित सफेद बाघ ‘अवनि’ और ‘व्योम’ भी विजय जूनियर की ही संतान हैं। शांत स्वभाव और सफल प्रजनन क्षमता के कारण विजय जूनियर को चिड़ियाघर का स्टार ब्रीडर भी कहा जाता है।
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