Delhi Crime: पहले गोल-गप्पे खाए, पैसे मांगने पर मोबाइल छीना; विरोध किया तो चाकू घोंपा
दिल्ली के सुल्तानपुरी में 18 वर्षीय धीरेंद्र को गोलगप्पे खिलाने के बाद पैसे मांगने पर चाकू मार दिया गया। संभल से आए धीरेंद्र का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। बदमाशों ने पैसे देने के बजाय उससे लूटपाट की कोशिश की और विरोध करने पर चाकू से हमला कर दिया। उसकी हालत गंभीर है और सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। आर्थिक तंगी से परिवार को उबारने का सपना लेकर संभल (उत्तर प्रदेश) जिले के ईशापुर गांव से महीनेभर पहले दिल्ली आए 18 वर्षीय युवक उस समय बदमाशों के हमले का शिकार हो गया, जब उसने गोल-गप्पे खिलाने के बाद बदमाशों से पैसे मांग लिये।
बदमाशों ने पैसे देने के बजाय उसका मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की, विरोध करने पर बदमाशों ने चाकू घोंप दिया। युवक का सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल के मामा ने बताया कि आपरेशन से चाकू को शरीर से निकाल दिया गया है।
यह सनसनीखेज वारदात बृहस्पतिवार दोपहर करीब ढाई बजे की बताई जा रही है। घायल के स्वजन से मिली जानकारी के अनुसार, धीरेंद्र रेहड़ी लेकर सुल्तानपुरी में घूम-घूम कर गोल-गप्पे बेचता है। कल दोपहर ढाई बजे सुल्तानपुरी के नाग मंदिर के सामने गोल-गप्पे बेच रहा था।
धीरेंद्र के मामा रोहताश यादव ने बताया कि चार युवकों ने पहले गोल-गप्पे खाए, इसके बाद पैसे मांगे तो चारों ने मोबाइल व पर्स छीनने की कोशिश की। पर्स तो छीनने में सफल रहे, लेकिन मोबाइल नहीं छीन सके। इसके बाद युवकों ने धीरेंद्र के पीठ और सीने में चाकू घोंप दिया।
चाकू धीरेंद्र के शरीर में छोड़ कर फरार हो गए। इसके बाद धीरेंद्र ने उन्हें सूचित किया। धीरेंद्र को पहले मंगोलपुरी में संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।
गोल-गप्पे बेचने वाले रोहताश यादव ने बताया कि धीरेंद्र उसके पास ही रह रहा है। महीनेभर पहले अपने गांव ईशापुर से दिल्ली में काम के सिलसिले में आया। धीरेंद्र तीन बहनों का इकलौता भाई है, उसके पिता गांव में खेती करते हैं। रोहताश ने बताया कि गनीमत रही कि चाकू दिल से मात्र एक इंच दूर रह गया। चिकित्सकों ने आपरेशन कर चाकू शरीर से निकाल दिया गया है।
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