देवर-भाभी की लव स्टोरी और पति का कत्ल, इंस्टाग्राम चैट ने ऐसे खोला खौफनाक राज; कांप जाएगी रूह
पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में एक पत्नी ने अपने चचेरे देवर के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। पत्नी ने खाने में नींद की गोलियां मिलाकर पति को बेहोश किया फिर देवर के साथ मिलकर करंट से मारा। हत्या को दुर्घटना दिखाने की कोशिश की गई लेकिन चैट ने साजिश खोल दी। पुलिस ने पत्नी सुष्मिता देव और देवर राहुल देव को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। उत्तम नगर थाना क्षेत्र में एक पत्नी ने अपने चचेरे देवर के साथ मिलकर अपने पति की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी। पूरी योजना के साथ पत्नी ने पति के खाने में पहले नींद की काफी मात्रा में गोलियां मिला दीं। बाद में जब वह बेसुध हो गया तब देवर के साथ मिलकर करंट के झटके दे उसे मौत की गहरी नींद सुला दी।
लोगों को हत्या का पता न चले, इसके लिए हत्या को दुर्घटना का रूप देते हुए इसे करंट लगने से मौत बताया। लेकिन एक चैट ने इनकी साजिश से पर्दा उठा दिया। जिस शख्स की हत्या हुई है उनका नाम करण देव है।
इस मामले में आरोपित महिला सुष्मिता देव व उसके देवर राहुल देव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले की छानबीन जारी है। करण अपनी पत्नी सुष्मिता देव और 6 साल के बेटे के साथ ओम विहार फेस-1 स्थित में रहते थे। वह निजी कंपनी में काम करते थे।
इनकी शादी वर्ष 2014 में हुई थी। इनका छह साल का एक बेटा है। पिछले दो वर्ष से करण अपने माता पिता से अलग पुराने घर के पास ही रह रहे थे। पुराने घर में करण के पिता कृष्ण देव, मां नीरू देव और छोटा भाई कुणाल रहते हैं।
रविवार को सुष्मिता सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुराने घर आई और सभी को बताया कि करण उठ नहीं रहे हैं। उन्हें कुछ हो गया है। काफी उठाने की कोशिश के बाद भी वे कोई हरकत नहीं कर रहे हैं सुष्मिता द्वारा बताए जाने पर सभी घरवाले करण के घर पहुंचे। वहां सभी ने देखा कि करण बेड पर अचेत पड़े हैं। सभी फौरन नजदीक स्थित मग्गो अस्पताल गए जहां चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे घर आकर देखें। बाद में अस्पताल से एम्बुलेंस पहुंचा और करण को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।
यहां से शुरू हुआ संदेह
अस्पताल के करण को मृत घोषित करने तक किसी को किसी पर कोई संदेह नहीं था। संदेह तब होना शुरू हुआ, जब अस्पताल में चिकित्सकों ने इस मौत को अप्राकृतिक पाया। उन्होंने सवाल उठाया कि करण की अंगुली व छाती में सेलोटेप के निशान हैं, वह कैसे लगे। करण के मुंह से झाग भी निकल रहा था, वह कैसे आया।
चिकित्सकों के इतने सवाल पर भी करण के घरवालों को कोई संदेह नहीं हुआ। सभी यह मानकर चल रहे थे कि संभव है कि मौत का कारण करंट हो। क्योंकि करण के शव के पास बिजली का तार पड़ा था। अस्प्ताल से पुलिस को मामले की जानकारी मिली। पुलिस ने तय किया कि शव का पोस्टमार्टम होगा।
घरवालों ने किया इनकार
पुलिस पोस्टमार्टम पर जोर देती रही, लेकिन करण के घरवाले इस बात पर जोर देते रहे कि पोस्टमार्टम नहीं होगा। करण के भाई कुणाल ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम नहीं हो, इसे लेकर सबसे अधिक जोर सुष्मिता व राहुल का था। राहुल कहता था कि वह अपने प्यारे भाई के शव पर एक भी चीरा नहीं लगने देगा। उसका साथ सुष्मिता भी देती रही। अंत में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
पोस्टमार्टम के बाद जब शव पहुंचा घर, तब सामने आया सच
कुणाल ने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव घर लाया गया, तब घर में मची चीख पुकार के बीच राहुल ने अपना मोबाइल फोन अपने किसी जानकार को दे दिया ताकि वह एम्बुलेंस से शव को निकालकर घर के सामने जरुरी धार्मिक कर्म के लिए रख सके।
राहुल के जानने वाला ने यह सोचते हुए कि यह फोन कुणाल के पास सुरक्षित रहेगा, उसे दे दिया। कुणाल बताते हैं कि मोबाइल का लॉक खुला था। तब तक उनका कोई शक किसी पर नहीं था। सहसा उनकी नजर सुष्मिता के नंबर पर पड़ी। उन्होंने चैट पढ़ना शुरु किया, तब उनके पैरों तले जमीन खिसकनी शुरू हुई। चैट से साफ साफ जाहिर था कि मामला हत्या का है।
पूरी रात चली मारने की कोशिश, नींद की गोली से बिजली के झटके तक
कुणाल बताते हैं कि चैट में सुष्मिता व राहुल के बीच जो बातें हुई हैं, उसमें इस पूरी घटना का सिलसिलेबार ब्यौरा मौजूद है। पूरी योजना के तहत सुष्मिता ने पहले दही में नींद की कुछ गोलियां दीं। लेकिन बात नहीं बनीं। यह बात सुष्मिता ने राहुल को बताई। तब तय हुआ कि खाने में नींद की गोलियां दी जाएंगी। तब करीब 15 गोलियां दी गईं।
तब भी बात जब नहीं बनीं तब बिजली के झटके देने का फैसला इन्होंने किया। झटके कैसे देना है, इसे लेकर राहुल सुष्मिता को बताता रहा कि कैसे हाथ बांधना है। सेलोटेप लगाना है। बातों ही बातों में इन्होंने यह भी तय कर लिया कि लोग जब पूछेंगे तब क्या कहना है।
सुष्मिता ने वीडियो कॉल कर पति की हालत दिखाई
एक समय ऐसा भी आया जब सुष्मिता को लगा कि करण नहीं मरेगा, तब उसने उसे वीडियो कॉल कर करण की हालत दिखाई। इधर राहुल समय समय पर गली के चक्कर लगाता रहा। बीच-बीच में तय किया गया कि बिजली के झटके देने से पहले कुछ देर तक इंतजार किया जाए। क्या पता करण की मौत हो जाए, लेकिन जब सुष्मिता ने पाया कि करण की सांसें चल रही हैं, तब करण को बिजली का झटका दिया गया।
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