नरेश कुमार को सेवा विस्तार या दिल्ली को मिलेगा नया मुख्य सचिव, पद के लिए अंतिम चरण में चल रही कवायद; जल्द होगा फैसला
मुख्य सचिव के पद पर तैनात नरेश कुमार को हटाने को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सक्रिय है और बामनोली जमीन अधिग्रहण मामले में उन पर भष्टाचार का एक बड़ा आरोप लगाया है। इस सब के बीच अधिकारियों में चर्चा है कि नरेश कुमार को सेवा विस्तार मिलेगा या इस पद पर कोई नया अधिकारी आएगा इस पर एक सप्ताह में फैसला होगा।

वी के शुक्ला, नई दिल्ली। मुख्य सचिव के पद पर तैनात नरेश कुमार को हटाने को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सक्रिय है और बामनोली जमीन अधिग्रहण मामले में उन पर भष्टाचार का एक बड़ा आरोप लगाया है।
इस सब के बीच अधिकारियों में चर्चा है कि नरेश कुमार को सेवा विस्तार मिलेगा या इस पद पर कोई नया अधिकारी आएगा, इस पर एक सप्ताह में फैसला होगा। वे सेवा विस्तार को लेकर नरेश कुमार की दावेदारी मजबूत मान रहे हैं।
उनके अनुसार, भ्रष्टाचार के आरोप नरेश कुमार की सेवा विस्तार में अवरोध बनते नजर नहीं आ रहे हैं। उनकी मानें तो पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव प्रचार के चलते केंद्र सरकार के नेता दूसरे राज्यों में व्यस्त रहे हैं और इस बारे में फैसला नहीं लिया जा सका है। अब जल्द ही इस बारे में फैसला होने की उन्हें उम्मीद है।
उधर राजनीतिक जानकार इस बारे में आदेश जारी नहीं हो जाने तक अनिश्चितता होने की बात करते हैं। उनकी मानें तो अगर किसी कारण से नरेश कुमार को सेवा विस्तार नहीं मिल पाता है तो इस पद के लिए पुनीत गाेयल सबसे मजबूत दावेदार हैं। हालांकि, इस दौड़ में शामिल तीन अन्य आईएएस उनसे वरिष्ठ हैं। मगर केंद्र सरकार में गोयल की पकड़ अन्य से बेहतर बताई जा रही है।
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अंतिम चरण में है सेवाविस्तार की कवायद
दिल्ली के मुख्य सचिव पद के लिए चल रही कवायद है अब अंंतिम चरण में है, वर्तमान मुख्य सचिव नरेश कुमार के सेवाविस्तार के लिए केंद्र सरकार के पास फाइल जा चुकी है। 30 नवंबर को नरेश कुमार सेवानिवृत्त हो रहे हैं। एलजी ने उनके एक साल सेवा विस्तार के लिए केंद्र के पास फाइल भेजी है ।जानकारों की मानें ताे उनका पलड़ा भारी है।अगर उन्हें सेवाविस्तार दिया जाता है तो यह दिल्ली के इतिहास में पहली बार होगा जब किसी अधिकारी को मुख्य सचिव के पद पर सेवा विस्तार मिलेगा।
इन अधिकारियों के नाम की भी है चर्चा
केंद्र शासित राज्य होने के कारण दिल्ली में एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) से आइएएस ही लगते रहे हैं। उसके अनुसार आंकलन करें तो इस वरिष्ठता क्रम में 1988 बैच की आइएस रेणु शर्मा का नाम सबसे ऊपर है। वह इस समय मिजोरम की मुख्य सचिव हैं। कुछ साल पहले तक ही दिल्ली सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव रही हैं।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद में चेयरमैन रहे 1989 बैच के धर्मेंद्र हैं। वह इस समय अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव हैं। इस पद के लिए अमित यादव का नाम भी लिया जा रहा है। वह 1991 बैच के आइएएस हैं। केंद्र सरकार की अच्छे अधिकारियों वाली सूची में शामिल हैं।
दिल्ली सरकार में इस समय 1989 बैच के आइएएस पी के गुप्ता और 1991 बैच के मनीष गुप्ता भी हैं। दोनों अधिकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के हैं। मनीष गुप्ता कुछ माह पहले तक डीडीए के उपाध्यक्ष रह चुके हैं।उन्होंने डीडीए में बेहतर काम किया है। उधर पी के गुप्ता भी विभाजित एमसीडी में नगर निगम उत्तरी के आयुक्त रहे हैं। मगर इनका नाम इस दौड़ में शामिल नहीं बताया जा रहा है।
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