Delhi weather: बीते 15 साल में दिल्ली में पांचवीं बार हुई सर्वाधिक बारिश, उमस ने तोड़ा 17 वर्षों का रिकॉर्ड
इस साल दिल्ली में मानसून की वर्षा खूब हुई है जिससे साल भर का कोटा अगस्त में ही पूरा हो गया। फिर भी उमस से राहत नहीं है। अगस्त में बारिश ढाई दशक में सबसे ज्यादा और उमस ने 17 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। विशेषज्ञों के अनुसार जून और जुलाई में अधिक नमी और बारिश के बाद बची नमी उमस का कारण है। बृहस्पतिवार को भी उमस रही।

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। इस साल दिल्ली में मानसून की वर्षा खूब हो रही है। अगस्त के मध्य में ही वर्षा का साल भर का कोटा भी पूरा हो चुका है। लेकिन चिपचिपी गर्मी से तब भी कोई राहत नहीं मिल रही। आलम यह है कि दिल्ली में इस साल अगस्त में वर्षा जहां ढाई दशक में सबसे ज्यादा रही है वहीं मानसून के दौरान उमस ने 17 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मौसम विशेषज्ञों ने इसके पीछे कई कारण गिनाए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक एक जून से 18 अगस्त तक दिल्ली में औसत आर्द्रता 76.5 प्रतिशत रही, जो 2008 के 78.1 प्रतिशत के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह दिल्ली के सामान्य मानसून की नमी (1991-2020 का औसत 67.2 प्रतिशत) से कहीं ज्यादा है। सबसे दिलचस्प यह कि अगस्त के पांच दिन (14-18 अगस्त) सर्वाधिक उमस भरे रहे, जब औसत आर्द्रता 89.2 प्रतिशत तक पहुंच गई। यह 1991-2020 के औसत से 1.14 गुना ज्यादा है।
मौसम विज्ञानी बताते हैं कि इस मानसून की उमस का सबसे बड़ा कारण जून और जुलाई रहे हैं। जून में औसत नमी 1973 के बाद तीसरे नंबर पर थी, जबकि जुलाई में दूसरे नंबर पर। अगस्त के पहले 18 दिनों में यह दसवें स्थान पर रही, लेकिन 14-18 अगस्त की उमस ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए। आंकड़ों के मुताबिक, जून में आर्द्रता सामान्य से 1.23 गुना, जुलाई में 1.12 गुना, अगस्त में 1.05 गुना ज्यादा रही।
जुलाई और अगस्त दिल्ली के सबसे बरसाती महीने हैं।जुलाई में सिर्फ आठ दिन जबकि अगस्त में अब तक सिर्फ चार दिन बिना वर्षा के रहे हैं। वर्षा के साथ नमी का बढ़ना स्वाभाविक है, क्योंकि हवा में पानी की मात्रा बढ़ जाती है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस बार दिल्ली में उमस का यह वृद्धि कई कारणों से रही। जून में भले ही दिल्ली में 19 दिन वर्षा नहीं हुई, लेकिन दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में मानसून के जल्दी आने से नमी का प्रवाह दिल्ली की ओर बढ़ा। जून के तीसरे हफ्ते तक मानसून सिस्टम ने दिल्ली को चारों तरफ से घेर लिया, जिससे नमी बढ़ी। हालांकि दिल्ली में मानसून 29 जून को ही पहुंचा। जुलाई- अगस्त में तो वर्षा ने जैसे दिल्ली को अपना घर बना लिया। वर्षा के दिनों में तापमान गिरता है, लेकिन जब वर्षा हल्की या नहीं होती, तब हवा में बची नमी उमस बढ़ाती है।
2010 से 2025 तक अगस्त में कब कब हुई सर्वाधिक वर्षा (मिमी में)
साल | वर्षा (एमएम) |
---|---|
2010 | 455.1 |
2012 | 378.8 |
2013 | 321.4 |
2024 | 390.3 |
2025 | 259.2 |
(21 अगस्त तक)
बृहस्पतिवार को भी उमस रही बरकरार, तापमान सामान्य से ज्यादा
मौसमी उतार चढ़ाव के बीच बृहस्पतिवार को भी दिल्ली में भी उमस भरी गर्मी बनी रही। कहीं कहीं हल्की वर्षा भी हुई। अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री अधिक 34.8 डिग्री जबकि न्यूनतम 0.6 डिग्री कम 25.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। हवा में नमी का स्तर 89 से 64 प्रतिशत रहा। शुक्रवार को सामान्यतया बादल छाए रहेंगे। गरज वाले बादलों के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 24 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
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