कोरोना में लगे झटके से अब तक नहीं उबर पाया दिल्ली का टूरिज्म, आरटीआई से सामने आई जमीनी हकीकत
दिल्ली में पर्यटन का विकास कागजों तक ही सीमित रहा है। आरटीआई से पता चला है कि पर्यटन अभी भी कोरोना से पहले के स्तर तक नहीं पहुंचा है। 2019 में स्मारकों में 58 लाख पर्यटक आए थे जबकि 2024 में यह संख्या 56 लाख रही। सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बना रही है जिसमें यमुना पर क्रूज सेवाएं शुरू करना शामिल है।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले सालों में कागजों में ही पर्यटन बढ़ता रहा है, जबकि जमीनी कहीकत कुछ और ही कहानी कहती दिख रही है। दिल्ली सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी दिल्ली में पर्यटन के मामले में कोरोना से पहले के हालात अभी भी नहीं लौटे हैं।
दिल्ली में स्मारकों में घूमने पहुंचे पर्यटकों की बात करें तो कोरोना से एक साल पहले 2019 में दिल्ली के स्मारकों में 58 लाख पर्यटक पहुंचे थे, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़ने के बाद भी 56 लाख के आसपास ही रही है, यानी अभी भी 2019 की स्थित से दो लाख कम हैं।
दिल्ली के स्मारकों में लाल किला में पर्यटक की संख्या सबसे अधिक है और नंबर दो पर कुतुब मीनार ही रही है। हालांकि 2023 में कुतुबमीनार में लालकिला से भी अधिक पर्यटक पहुंचे थे।
एक आरटीआई में ये आंकड़े सामने आए हैं। हालांकि दिल्ली में पिछले सात माह से भाजपा की सरकार है, अब यह सरकार पर्यटक को लेकर सजग जरूर नजर आ रही है। मगर पर्यटन को कितना बढ़ावा मिल सकेगा, यह आने वाले समय में ही स्पष्ट हो सकेगा।
दिल्ली की पूर्व आप सरकार की बात करें तो उस समय पर्यटन को लेकर बातें जरूर हुईं, मगर याेजनाएं आगे नहीं बढ़ सकीं। कुल मिलाकर पिछले 10 साल तक हालात कुछ ऐसे ही बने रहे।
यहां तक कि आप सरकार के दूसरे कार्यकाल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उस समय के प्रभावशाली मंत्री मनीष सिसोदिया ने पर्यटन अपने पास ले लिया, उन्होंने कोशिश शुरू की, मगर फिर भी पर्यटन को धार नहीं मिल सकी।
सत्ता संभालने के बाद दिल्ली की भाजपा सरकार ने पर्यटन की ओर ध्यान बढ़्राया है। दिल्ली सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक हितधारक शिखर सम्मेलन आयोजित कर चुकी है। जिसमें रेखा गुप्ता सरकार ने पर्यटन के व्यवसाय से जुड़ी विभिन्न फर्मों को विचार लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियाें से दिल्ली में पर्यटकों के ठहरने का समय बढ़ाने के लिए गंभीरता से काम करने के लिए कहा है।
सरकार की वाले समय में स्मारकों के संरक्षण को बढ़ावा देने की याेजना है। दिल्ली में नवंबर से यमुना पर क्रूज़ सेवाएं शुरू करेगी। पर्यटन की दृष्टि से यह बड़ा कदम माना जा रहा है। लोग सोनिया विहार और जगतपुर के बीच यमुना में क्रूज सेवाओं का आनंद ले सकेंगे।
राजधानी के सांस्कृतिक और पर्यटन आकर्षण को प्रदर्शित करने के लिए रेडियो जिंगल्स और हवाई अड्डे के होर्डिंग्स से लेकर मेट्रो कोचों के अंदर एलईडी स्क्रीन तक एक ब्रांडिंग अभियान की योजना बना रही है।
इसी तरह प्रचार अभियानों के साथ-साथ, इस योजना में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मार्ट में भाग लेना, उत्सवों का आयोजन करना और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर प्रमुख बुनियादी ढांचे का उन्नयन करना शामिल है। देश-विदेश में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए सरकार ने कई प्रसिद्ध पर्यटन एवं व्यापार आयोजनों में भागीदारी की योजना बनाई है।
दिल्ली के प्रमुख स्मारकों में किस साल कितने आए पर्यटक
2019-2020 | 5845000 |
2020-2021 | 260000 |
2021-2022 | 2100000 |
2022-2023 | 3900000 |
2023-2024 | 5400000 |
2024-2025 | 5688427 |
नोट: एक अप्रैल से 31 मार्च तक
2023 में कुतुबमीनार में अधिक आए पर्यटक
- कुतुबमीनार - 2254030
- लालकिला - 2146253
वर्ष | कुतुबमीनार | लालकिला |
2019-2020 | 2103429 | 2026244 |
2020-2021 | 64625 | 41579 |
2022-2023 | 1378068 | 1934055 |
2023-2024 | 2254030 | 2145253 |
2024-2025 | 2275326 | 2286520 |
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