टोल माफी पर नहीं बनी बात तो हरियाणा, राजस्थान-उत्तर प्रदेश के खापों और किसानों का लिया जा सकता है समर्थन
पश्चिमी दिल्ली में यूईआर-2 टोल प्लाजा पर दिल्ली के ग्रामीणों से टोल टैक्स हटाने की मांग तेज हो गई है। पालम 360 के प्रधान चौ. सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि अगर सरकार ने एक महीने में कोई समाधान नहीं निकाला तो आंदोलन और तेज होगा। इस मुद्दे पर 26 अक्टूबर को एक महापंचायत भी बुलाई गई है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। यूईआर-2 पर मुंडका बक्करवाला टोल से दिल्ली के ग्रामीणों को मुक्त किए जाने की मांग का यदि व्यवहारिक समाधान नहीं निकला तो टोल का विरोध बड़े पैमाने पर होगा। संभव है कि खाप पंचायतों के माध्यम से दिल्ली के ग्रामीण अपनी बात मनवाने के लिए हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के खाप पंचायतों और किसान का समर्थन मांग सकते हैं।
पालम 360 के प्रधान तथा टोल के विरोध में समय समय पर होने वाली महापंचायत के संयोजक चौ सुरेंद्र सोलंकी की अगुवाई में नजफगढ में हुई बैठक में विभिन्न गांवों के प्रतिनिधि जुटे। यहां टोल माफी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को एक व्यावहारिक समाधान निकालने के लिए एक महीने का समय देने का फैसला किया है।
26 अक्टूबर को होगी एक और महापंचायत
बैठक में तय किया गया कि 26 अक्टूबर को एक और महापंचायत आयोजित की जाएगी। अगर सरकार यूईआर 2 के संबंध में राष्ट्रीय राजधानी के गांवों पर लगाए गए टोल के मुद्दे का समाधान नहीं करती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा। चौ सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ संभव है कि बातचीत का अगला दौर जल्द हो, लेकिन हम चाहते हैं कि बातचीत में एक रास्ता निकले, जो फिलहाल नहीं निकल रहा है।
बैठक में मौजूद रहने वालों मै चौ धारा सिंह प्रधान बवाना 52, राजेंद्र प्रधान , मूलचंद प्रधान हिरण कूदना, सुरेश शोकीन प्रधान नांगलोई 9, मुख्यातार सिंह, अनार सिंह टिकरी 5, मास्टर जगबीर,सतपाल सोलंकी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
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