Delhi Terrorist: 26 जनवरी से पहले आतंकी दे सकते हैं बड़ी वारदात को अंजाम, पुलिस और एजेंसियां कर रहीं तलाश
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल हत्थे चढ़े आतंकियों ने पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं। आतंकी गूगल मैप के जरिये उत्तराखंड से दिल्ली में हथियार लाए थे। सूत्रों के अनुसार स्पेशल सेल को इस नेटवर्क से जुड़े छह और संदिग्ध आतंकियों की तलाश है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े आतंकी नौशाद अली और जगजीत सिंह उर्फ जग्गा ने पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैं। आतंकी गूगल मैप के जरिये उत्तराखंड से दिल्ली में हथियार लाए थे।
पाकिस्तान से आतंकियों को मिले निर्देश
सूत्रों की मानें तो इस पूरे आपरेशन को अंजाम देने में करीब दो महीने का वक्त लगा। इस दौरान आतंकियों को पाकिस्तान से इनके आका ने सिग्नल ऐप पर निर्देश दिए और गूगल मैप के जरिए हथियार से भरे बैग की लोकेशन भेजी थी। पूरे आपरेशन को ड्राप डेड मेथेड के जरिये गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया, ताकि एजेंसियों को भनक न लगे।
नौशाद पहले कुख्यात हथियार तस्कर था। तिहाड़ जेल में लश्कर के आतंकियों से संपर्क होने पर वह उनके लिए काम करने लगा। आईएसआई का मेन हैंडलर हैदर, नौशाद को भारत में टारगेट किलिंग के लिए जेहादी मानसिकता वाले मुस्लिम युवकों को भर्ती करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
6 और संदिग्ध आतंकी की तलाश में एजेंसी
पहली भर्ती उसने जगजीत सिंह की थी। उसके बाद दो अन्य की भी उसने भर्ती की। दिल्ली में कांग्रेस के नेता सज्जन कुमार समेत पंजाब के शिव सेना और बजरंग दल के दो अन्य नेता फिलहाल इनके निशाने पर थे। सूत्रों के अनुसार स्पेशल सेल को इस नेटवर्क से जुड़े छह और संदिग्ध आतंकियों की तलाश है।
इन छह आतंकियों में दो संदिग्धों ने उत्तराखंड के एक अनजान लोकेशन में हथियारों से भरा बैग रखा था। दो आतंकियों ने इन हथियारों को जहांगीरपुरी में नौशाद और जगजीत को सौंपा था। जबकि दो अन्य आतंकियों को नौशाद ने टारगेट किलिंग के लिए भर्ती किया था।
दक्षिणी दिल्ली इलाके में रहते थे दोनों आतंकी
स्पेशल सेल के सूत्रों के अनुसार यह दोनों आतंकी दक्षिणी दिल्ली इलाके में कही रहते हैं। फिलहाल दिल्ली पुलिस केंद्रिये सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर फरार आतंकियों की तलाश कर रही है। स्पेशल सेल को शक है कि फरार आतंकी गणतंत्र दिवस से पहले किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आतंकियों का एक आका पाकिस्तान तो दूसरा कनाडा में बैठा है। पाकिस्तान में आईएसआई का खास हैदर है, जबकि कनाडा में अर्शदीप डाला है। डाला खालिस्तान टाइगर फोर्स का आतंकी है। यह दोनों सिग्नल एप के जरिये नौशाद और जगजीत के संपर्क थे।
यह भी पढ़ें- Delhi MCD: शपथग्रहण को लेकर AAP और BJP में नहीं बनी सहमति, एल्डरमैन की पहले शपथ हुई तो हो सकता है हंगामा
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 12 जनवरी को जहांगीरपुरी इलाके से दो आतंकियों नौशाद और जगजीत को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि ये लोग टारगेट किलिंग की योजना बना रहे हैं। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने भलस्वा डेरी इलाके में छापेमारी का दो हैंड ग्रेनेड समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किया था। दोनों ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए राजकुमार नाम के युवक की गला रेत कर हत्या कर दी थी। इसका वीडियो बनाकर पाकिस्तान भेजा था।
साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही पुलिस
फिलहाल स्पेशल सेल गिरफ्तार दोनों आतंकियों से साक्ष्य जुटाने का प्रयास कर रही है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर उत्तराखंड के उस लोकेशन के बारे में भी जानकारी जुटा रही है, जहां से उन्हें हथियार भेजे गए थे। हथियार का बैग उठाने के लिए भेजी गई लाइव लोकेशन समेत अन्य दूसरे साक्ष्यों की जानकारी हासिल करने के लिए दोनों के मोबाइल को फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।