Delhi: विद्यार्थियों को हफ्ते में दो दिन परोसा जाएगा श्रीअन्न, मिलेगा रागी का हलवा व बाजरे का दलिया
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले मध्यान्ह भोजन (मिड-डे मील) का पोषण मूल्य बढ़ाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने व्यंजनों में बदलाव किया है। निदेशालय ने विद्यार्थियों के मिड डे मील में श्रीअन्न (मोटा अनाज) के बने व्यंजन शामिल किए हैं। इसके तहत विद्यार्थियों को पूड़ी और आलू की सब्जी की जगह चना मसाला और रागी व गेहूं का हलवा परोसा जाएगा।

नई दिल्ली, रीतिका मिश्रा। राजधानी के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को परोसे जाने वाले मध्यान्ह भोजन (मिड-डे मील) का पोषण मूल्य बढ़ाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने व्यंजनों में बदलाव किया है।
निदेशालय ने विद्यार्थियों के मिड डे मील में श्रीअन्न (मोटा अनाज) के बने व्यंजन शामिल किए हैं। इसके तहत विद्यार्थियों को पूड़ी और आलू की सब्जी की जगह चना मसाला और रागी व गेहूं का हलवा परोसा जाएगा। वहीं, गेहूं की नमकीन दलिया की जगह ज्वार की दलिया सब्जियों के साथ परोसी जाएगी।
दलिया के और पोषण मूल्य बढ़ाने के लिए उसमें सोयाबीन भी मिलाने की छूट दी गई है। विद्यार्थियों को सप्ताह में दो दिन मोटे अनाज से बने ये व्यंजन परोसे जाएंगे। बाकी सभी दिन पहले की तरह की मिड-डे मील का मेन्यू रहेगा। लेकिन आगे चलकर निदेशालय मिड-डे मील में दो की बजाय तीन दिन मोटे अनाज के व्यंजन शामिल करेगा। इसमें तीसरे व्यंजन के तौर पर बाजरे की खिचड़ी शामिल किए जाने की योजना है।
दूर होगी कुपोषण की शिकायत
शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी के मुताबिक मिड-डे मील में मोटे अनाज को शामिल करने की योजना लंबे समय से चल रही थी। इसे लेकर दिल्ली के दो सरकारी स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मिड-डे मील में मोटे अनाज से बने ये दो व्यंजन परोसे गए थे।
इसके बाद विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों से मिले फीडबैक के बाद मिड-डे मील में मोटे अनाज को शामिल करने का निर्णय लिया गया।
उनके मुताबिक दिल्ली में बड़ी संख्या में विद्यार्थी कुपोषण का भी शिकार हो रहे हैं। अब खाने में पोषण युक्त आहार देने की योजना है। ताकि दिल्ली से कुपोषण की शिकायत जल्द दूर हो सके और विद्यार्थियों को भी सही पोषण मिल सके।
शुरुआती स्तर में निदेशालय की योजना विद्यार्थियों को मोटे अनाज को 16.67 प्रतिशत मध्यान्ह भोजन में शामिल कर के खिलाने की है। बाद में इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत किया जाएगा।
सर्दियों में हलवे में डलेगा गुड़
निदेशालय ने भोजन तैयार करने वाली एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि रागी के हलवे को मीठा करने के लिए गर्मी के मौसम (अप्रैल से सितंबर) में चीनी और सर्दियों के मौसम (अक्टूबर से मार्च) में गुड़ डाला जाएगा।
वहीं, नमकीन दलिया में सोयाबीन को भी शामिल किया जा सकता है। वहीं, अब साप्ताहिक मेन्यू पीएम पोषण योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही बनाया जाए।
मिड-डे मिल में ये परोसा जाएगा
सोमवार कढ़ी-चावल
मंगलवार दाल-चावल
बुधवार छोले-चावल
बृहस्पतिवार पूड़ी-छोले
शुक्रवार रागी हलवा-चना मसाला
शनिवार ज्वार की दलिया
कुल विद्यार्थी 8.24 लाख
सरकारी स्कूल 1026
सहायता प्राप्त स्कूल 178
सूचीबद्ध रसोई 39
अक्षय पात्र के रसोईघर 03
अक्षय पात्र के विद्यार्थी 01 लाख
अक्षय पात्र के स्कूलों 150
इन स्कूलों को पायलट प्रोजेक्ट में किए गया गया था शामिल
- गवर्नमेंट स्कूल, न्यू सीलमपुर
- गवर्नमेंट को-एड सेकेंडरी स्कूल, ब्लाक 2-जी, गीता कालोनी
नोट- अक्षय पात्र फाउंडेशन ने इन दोनों स्कूलों में एक और दो जून को मध्यान्ह भोजन में एक दिन चना मसाला और रागी व गेहूं का हलवा और दूसरे दिन ज्वार का दलिया परोसा गया था।
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