दिल्लीवासियों की बल्ले-बल्ले, 12 साल बाद होने जा रहा है राशन कार्ड को लेकर यह काम; नई सरकार से जगी आस
दिल्ली में 12 साल बाद राशन कार्ड को लेकर बड़ा काम होने जा रहा है। नई सरकार बनने के बाद राशन कार्डों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 31 मार्च तक ...और पढ़ें

संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। दिल्ली में नई सरकार गठित होने के बाद नए राशन कार्ड बनने की आस भी जग गई है। पिछले 12 साल में नए राशन कार्ड के जो भी आवेदन लंबित पड़े हैं, उन पर अब काम हो सकता है। हालांकि राशन कार्डों की सीमा तो अभी पूर्व निर्धारित ही रहेगी, लेकिन जितने पुराने कार्ड रद होंगे, उतने नए भी बनाए जाएंगे।
नियमानुसार हर पांच साल में राशन कार्ड का सत्यापन और हर साल नवीनीकरण होना चाहिए। लेकिन 2013 में कांग्रेस सरकार के हटने के बाद आप सरकार के कार्यकाल में ऐसा एक बार भी नहीं हुआ। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पास नए राशन कार्ड बनाने के आवेदन तो बड़ी संख्या में आए, लेकिन उनका निस्तारण नहीं हुआ।
12 साल में कई लोग राशन पाने की पात्रता खो चुके: सूत्र
सूत्रों का कहना है कि करीब 12 साल की अवधि में काफी कार्डधारकों की मौत हो चुकी होगी और काफी नौकरी लग जाने या पदोन्नति व वेतनवृद्धि पा जाने के कारण राशन कार्ड रखने या यूं कहें कि सस्ता राशन पाने की पात्रता खो चुके होंगे।
31 मार्च तक पूरी होगी सत्यापन की प्रक्रिया
दिल्ली में भाजपा सरकार आने के बाद विभाग ने अब राशन कार्डों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जोकि 31 मार्च तक पूरी की जानी है। जरूरत के मुताबिक अंतिम तिथि बढ़ाई भी जा सकती है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राशन कार्ड धारी घर बैठे ही अलग-अलग तरीके से अपना सत्यापन कर सकते हैं। लाभार्थियों को आधार नंबर होने का प्रमाण देने के साथ उसे राशन कार्ड से लिंक भी करना होगा।
दिल्ली में अभी 17 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजधानी में सभी कार्ड धारकों के पास बायोमेट्रिक आधारित स्मार्ट राशन कार्ड हैं। लेकिन 2013 के बाद से सत्यापन प्रक्रिया न होने के कारण नए राशन कार्ड बनने की जगह नहीं बन पाई। वर्तमान में चल रही सत्यापन प्रक्रिया में वर्ष 2013 से अब तक जिन कार्ड धारकों की मृत्यु हो गई है या जो लोग केवल निवास प्रमाण के लिए राशन कार्ड रखते हैं, के नाम हटा दिए जाएंगे। जिन्हें सरकारी नौकरी मिल गई होगी, आय बढ़ गई होगी, उनका नाम भी हटा दिया जाएगा। खाली जगहों पर नए कार्ड बनेंगे। अभी दिल्ली में 17.41 लाख से अधिक राशन कार्ड धारक हैं।
ऐसे कराएं सत्यापन
- पहला विकल्प राशन कार्ड धारक केंद्र सरकार के मोबाइल ऐप ‘मेरा ई-केवाईसी’ का प्रयोग करके ई-सत्यापन करा सकते हैं। इससे अगर किसी व्यक्ति का राशन कार्ड दो राज्यों में होगा तो वह पकड़ा जाएगा। दिल्ली से उसका नाम हटा दिया जाएगा। इससे लंबित आवेदनों को राशन कार्ड बनवाने का मौका मिलेगा।
- दूसरा विकल्प राशन कार्ड धारक पीओएस (पाइंट आफ सेल) मशीन पर बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन भी करा सकते हैं। यह मशीन उन दुकानों पर होती है, जहां से आप सरकारी राशन लेते हैं।
राशन दुकानदार ही कार्ड सत्यापन का कार्य भी कर रहे हैं। निश्चित तौर पर तय समयावधि में ऐसा होना चाहिए ताकि नए आवेदनों पर भी विचार हो सके। लेकिन सरकार राशन दुकानदारों की समस्याओं पर भी ध्यान देना चाहिए, उन्हें उनका सात माह से रुका कमीशन भी जल्द दिलवाना चाहिए। -शिवकुमार गर्ग, अध्यक्ष, दिल्ली सरकारी राशन डीलर्स संघ

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