Pragati Maidan Tunnel: सुरक्षा के साथ तकनीक है प्रगति मैदान सुरंग सड़क की खासियत, जानें किन लोगों को मिलेगा इसका लाभ
प्रगति मैदान सुरंग सड़क के शुरू हो जाने से आइटीओ मथुरा रोड और भैरो मार्ग से प्रतिदिन गुजरने वाले दिल्ली-एनसीआर के करीब डेढ़ लाख लोगों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। ये सड़क पुराना किला से शुरू होकर रिंग रोड पर निकलती है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दिल्ली की पहली सुरंग सड़क और पांच अंडर पास का तोहफा दिया। उद्घाटन के बाद रविवार शाम से इस वाहन चालक इसका प्रयोग कर सकेंगे। इससे आइटीओ, मथुरा रोड और भैरो मार्ग से प्रतिदिन गुजरने वाले दिल्ली-एनसीआर के करीब डेढ़ लाख लोगों को जाम से राहत मिलेगी।
इस सुरंग सड़क में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किए जाने के साथ ही शानदार पेंटिंग भी बनाई गई है, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी वाल पेंटिंग बताया जा रहा है। यदि ऐसा है तो यह पेंटिंग गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी जगह बना सकती है।
1.6 किमी लंबी है यह सुरंग सड़क
यह सड़क पुराना किला से शुरू होकर रिंग रोड पर निकलती है। इसमें तीन लेन आने और तीन लेन जाने के लिए हैं। इसके अंदर से आइटीपीओ की पार्किंग में आने-जाने के लिए भी रास्ता दिया गया है।
किस अंडरपास से किन लोगों को मिलेगा लाभ
440 मीटर काका नगर यू-टर्न अंडरपास- यह काका नगर का पहला अंडरपास है, जो लाजपत नगर की ओर से आकर निजामुद्दीन की ओर जाने के लिए है।
440 मीटर सुंदर नगर यू-टर्न अंडरपास- जो भैरों मार्ग व चिड़ियाघर की ओर से आकर काकानगर, हाईकोर्ट की ओर जाने वालों के लिए है।
380 मीटर पुराना किला के पास मटकापीर अंडरपास- इससे शेरशाह रोड से भैरों मार्ग व सुंदर नगर की ओर जाने वालों को लाभ मिलेगा।
474 मीटर सुप्रीम कोर्ट अंडपास- इससे पुराना किला रोड और भगवानदास रोड की ओर से आने वाला यातायात भैरों मार्ग व चिड़ियाघर की तरफ जा सकेगा।
540 मीटर भैरों मार्ग- रिंग रोड टी-जंक्शन अंडरपास ये भैरों मार्ग से सराय काले खां बस अड्डा व एनएच 9 की ओर जाने वालों के लिए है -300 मीटर भैरों मार्ग अंडरपास जो प्रगति मैदान पार्किंग में निकलेगा।
अहम बातें-
- वाहन चालकों का 15 से 20 मिनट का समय बचेगा।
- 78 प्रतिशत तक वाहन आइटीओ व मथुरा रोड से गुजरने वाले इस सुरंग का इस्तेमाल करेंगे।
- 13000 टन कार्बनडाई आक्साइड की प्रतिवर्ष कमी आएगी।
- वाहन चालकों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
- 3.5 लाख वाहन लगभग प्रतिदिन आइटीओ डब्ल्यू प्वाइंट से गुजरते हैं।
- 128 सीसीटीवी कैमरे सुरंग के अंदर की सुरक्षा और निगरानी के लिए लगाए गए हैं।
- 28 एग्जास्ट फैन जर्मनी निर्मित लगाए गए हैं, जिससे अंदर का तापमान नियंत्रित किया जा सके।
- 4,800 वाहन पार्क हो सकेंगे।
- प्रगति मैदान के अंदर बनाई जा रही बेसमेंट पार्किंग में यहां से आने वालों को जाम से राहत मिलेगी।
- नई दिल्ली, मध्य दिल्ली की ओर से मयूर विहार- नोएडा, पूर्वी दिल्ली या गाजियाबाद आदि इलाके में आना जाना है, वे अब -आइटीओ या भैरों मार्ग से न होकर सुरंग सड़क का उपयोग करेंगे।
- आइटीओ डब्ल्यू प्वाइंट से लेकर लाला रामचरण अग्रवाल चौक से लेकर आइटीओ इलाके में आने-जाने वालों को विकास मार्ग पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी।
सुरक्षा के ये हैं इंतजाम
स्मार्ट फायर मैनेजमेंट, वेंटिलेशन की व्यवस्था है सात भूमिगत टैंक बने हैं, जो आटोमैटिक सिस्टम से लैस हैं। आटोमैटिक जल निकासी सिस्टम है, इससे सुरंग में पानी आने पर स्वत: बाहर निकल जाएगा। सार्वजनिक घोषणा प्रणाली के साथ ही अन्य नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से भी लैस है।
स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम लगाया गया है, जो अंदर घुसने पर जरूरत के मुताबिक बढ़ती जाएगी आग से सुरक्षा के लिए ये व्यवस्था है रिग रोड और पुराना किला दोनों भाग पर दो कमांड रूम बनाए गए हैं। इन्हीं दोनों कमांड रूप के पास दो भूमिगत टैंक हैं। इनमें हर समय चार लाख लीटर पानी उपलब्ध रहेगा, जो फायर फाइटिंग सिस्टम के माध्यम से कुछ समय के अंदर ही आग वाले स्थान पर पहुंच सकेगा।
वाहन खराब होने पर ये सुविधा मिलेगी सुरंग में अगर कोई वाहन खराब हो जाता है तो उसे किनारे पर खड़ा किए जाने की व्यवस्था बनाई गई है। सुरंग के लिए हर समय एक क्रेन उपलब्ध रहेगी इसके अलावा सुरंग में दोनों ओर कर्मचारी तैनात रहेंगे। एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा, जिससे सुरंग के अंदर से कोई भी व्यक्ति कमांड रूम में बात कर सकेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।