Delhi Power Crisis: दिल्ली में मौसम बदला, पर बिजली की मांग नहीं! जानें कितना बढ़ा डिमांड
दिल्ली में मौसम बदलने के बावजूद बिजली की मांग में कमी नहीं आई है। बुधवार को अधिकतम मांग 5462 मेगावाट तक पहुंच गई। बिजली की खपत अभी भी उच्च स्तर पर है न्यूनतम मांग 3500 मेगावाट से अधिक बनी हुई है। बिजली कंपनियां मांग को पूरा करने के लिए तैयार हैं। सोमवार को अधिकतम मांग 4756 मेगावाट रही। दिल्ली में बिजली की मांग 700 मेगावाट से अधिक बढ़ गई।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में पिछले तीन दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। शाम को बारिश और आंधी के साथ ही दिन में हल्की हवा भी चल रही है। इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन बिजली की मांग में ज्यादा कमी नहीं आई है। अधिकतम मांग अभी भी 5100 मेगावाट से अधिक है।
बिजली की मांग में बढ़ोतरी
बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे बिजली की अधिकतम मांग 5462 मेगावाट तक पहुंच गई। पहली बार नौ अप्रैल तक बिजली की इतनी अधिक मांग रही है। पिछले सप्ताह तक बिजली की अधिकतम मांग 4300 मेगावाट के आसपास थी, लेकिन इस सप्ताह इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है।
मांग में तेजी से वृद्धि
सोमवार को अधिकतम मांग 4756 मेगावाट रही। इस तरह दो दिन में ही दिल्ली में बिजली की मांग 700 मेगावाट से अधिक बढ़ गई। गुरुवार शाम से मौसम में बदलाव हुआ है। इससे बिजली की अधिकतम मांग में कुछ हद तक कमी आई है। लेकिन, न्यूनतम मांग पहले की तरह 3500 मेगावाट से अधिक बनी हुई है।
बिजली कंपनियों की तैयारी
बिजली की मांग को ध्यान में रखते हुए बिजली वितरण कंपनियां (डिस्कॉम) अपनी तैयारियां कर रही हैं। लंबी अवधि के समझौतों के साथ ही पावर बैंकिंग के जरिए बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी भी तरह की खराबी को कम समय में ठीक किया जा सके।
यह भी पढ़ें: Weather Update: दिल्ली में फिलहाल राहत, लेकिन फिर सताएगी गर्मी; लू को लेकर IMD का ताजा अपडेट

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।