Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी, AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में बरकरार; सांस लेना हुआ मुश्किल
दिल्ली में प्रदूषण का कहर जारी है और हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। AQI 316 दर्ज किया गया है। SAFAR के अनुसार दिल्ली में धुंध की घनी परत छा गई है और कई हिस्सों में AQI 300 से ऊपर है। सांस लेने में दिक्कतें आ रही हैं। एक्यूआई के खराब होने के कारण इंडिया गेट के आसपास धुंध की परत छा गई।

एएनआई, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार 8वें दिन रविवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है और AQI 316 दर्ज किया गया है। मौसम और प्रदूषण की जानकारी देनेवाली पोर्टल SAFAR के अनुसार, दिल्ली में धुंध की घनी परत छा गई और शहर के कई हिस्सों में AQI 300 से ऊपर देखा गया।
कई इलाकों में AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया, जिसमें द्वारका सेक्टर 8 में 335, आईटीओ में 327, ओखला में 319, रोहिणी में 329, विवेक विहार में 338, आनंद विहार में 346 और बवाना में 332 शामिल हैं। सुबह करीब 7 बजे शहर के कुछ इलाकों में AQI 'खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया। लोधी रोड 256, नजफगढ़ - 295, पूसा - 289 और IGI एयरपोर्ट T3 - 299 दर्ज किया गया।
दिल्ली के इलाकों का एक्यूआई
इलाका | एक्यूआई |
द्वारका सेक्टर 8 | 335 |
आईटीओ | 327 |
ओखला | 319 |
रोहिणी | 329 |
विवेक विहार | 338 |
आनंद विहार | 346 |
बवाना | 332 |
लोधी रोड | 256 |
नजफगढ़ | 295 |
पूसा | 289 |
IGI एयरपोर्ट T3 | 299 |
इंडिया गेट के आसपास धुंध की परत छाई
0-50 के बीच एक AQI को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर माना जाता है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के बहुत खराब श्रेणी में होने के कारण इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में धुंध की परत छा गई।
अब तो सांस लेना मुश्किल हो गया है: विशाल
दिल्ली के रहने वाले विशाल गुलेरिया ने कहा, "प्रदूषण बहुत ज्यादा हो रहा है। सांस लेना मुश्किल हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी हो रही है। हर व्यक्ति प्रदूषण से प्रभावित है। सरकार को सोचना चाहिए कि कोई समाधान निकाला जाए ताकि यह प्रदूषण खत्म हो जो लोग बीमार हैं उनके लिए यहां रहना बहुत मुश्किल है। यदि आप यात्रा करना चाहते हैं तो कार-पूलिंग और अन्य उपाय करें। सरकार को इस बारे में अब गंभीरता से सोचना चाहिए।"
प्रदूषण को लेकर लोगों को जागना होगा: निवासी
गुरुग्राम निवासी अनिशम ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में यह बहुत अधिक था। स्कूल बंद हैं और ठंड के साथ यह मुश्किल हो गया है।" एक अन्य गुरुग्राम निवासी अमोल ने कहा, "प्रदूषण की स्थिति खराब है। सरकार जो कुछ कर रही है, इससे ऊपर, अब समय आ गया है कि लोग जागें और इसके बारे में कुछ करें। स्कूल बंद हैं। कम वाहनों का उपयोग करना कोई समाधान नहीं है। मुझे लगता है कि इसके लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है, जिसके लिए दीर्घकालिक नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए। मुझे यकीन है कि हम ऐसा कर सकते हैं लेकिन सरकार की इच्छा पर निर्भर करता हैं।
राजधानी में ग्रेप-4 के प्रतिबंध लागू
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी)-4 के तहत लगाए गए प्रतिबंधों के चौथे चरण में ढील देने से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को कुछ निर्देश दिए थे। इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों के लिए मानदंडों में ढील देने पर विचार करने को कहा था।
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