Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Delhi Minor Assault Case: दरिंदगी मामले में अब इन लोगों से होगी पूछताछ, खोलेंगे डिप्टी डायरेक्टर के कई राज!

    By AgencyEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Thu, 24 Aug 2023 09:51 AM (IST)

    Delhi Girl Abuse Case दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर नवंबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच दोस्त की नाबालिग लड़की के साथ कई बार दुष्कर्म किया और इस दौरान वह गर्भवती हो गई। उसकी पत्नी सीमा रानी ने लड़की का गर्भपात कराने के लिए गर्भनिरोधक दवाएं दीं।

    Hero Image
    Delhi Minor Assault Case: दरिंदगी मामले में अब इन लोगों से होगी पूछताछ

    नई दिल्ली, पीटीआई। दिल्ली पुलिस नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में संबंधित लोगों के बयान दर्ज कर सकती है। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है और वारदात से जुड़े करीब आठ से 10 लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि दिल्ली पुलिस नाबालिग लड़की के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में संबंधित लोगों के बयान दर्ज कर सकती है। इससे पहले दुष्कर्म के आरोपी दिल्ली सरकार के अफसर प्रेमोदय खाखा को निलंबित कर दिया है।

    खाखा पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर नवंबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच दोस्त की नाबालिग लड़की के साथ कई बार दुष्कर्म किया और इस दौरान वह गर्भवती हो गई। उसकी पत्नी सीमा रानी पर आरोप है कि उन्होंने लड़की का गर्भपात कराने के लिए गर्भनिरोधक दवाएं दीं। दंपति के दो बच्चे हैं।

    निलंबित उपनिदेशक और उसकी पत्नी को 14 दिनों की जेल

    गौरतलब है कि बुधवार को दोस्त की नाबालिग बेटी से कई माह तक दुष्कर्म करने के मामले में गिरफ्तार दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा रानी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

    दोनों की पेशी तीस हजारी कोर्ट में हुई थी। सुनवाई के दौरान पुलिस ने दोनों की रिमांड नहीं मांगी। अदालत ने प्रेमोदय के नसबंदी रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से मांगी है। एडिशनल सेशन जज ऋचा परिहार ने खाखा और उनकी पत्नी को छह सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इससे पहले दोनों आरोपितों की एक दिन की न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद दिल्ली पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया।

    आरोपितों के वकील उमाशंकर गौतम ने कहा कि अदालत ने खाखा की नसबंदी से संबंधित रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से मांगी है। उन्होंने कहा कि प्रेमोदय खाखा ने साल 2005 में नसबंदी करवाई थी। खाखा के खिलाफ आरोप झूठे हैं।

    उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपित की मेडिकल जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। मामले से संबंधित कुछ लोगों से पूछताछ की जाएगी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपितों के फोन जब्त कर लिए गये हैं। इनकी फोरेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा, ताकि नष्ट किए गये संदेश को दोबारा से पढ़ा जा सके। टेक्निकल और अन्य साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।

    यह है मामला

    उत्तरी जिला पुलिस ने सोमवार को नाबालिग से कई बार दुष्कर्म करने के आरोप में दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा रानी को गिरफ्तार किया था। खाखा की पत्नी ने पीड़िता को धमकाया था और उस पर किशोरी का गर्भपात कराने का भी आरोप है।

    दिल्ली सरकार ने खाखा को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने उक्त मामले में दुष्कर्म, छेड़छाड़, आपराधिक साजिश, चोट पहुंचाने, बिना इच्छा गर्भपात कराने और पाक्सो एक्ट समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।