Delhi Police: अब NSG कमांडो जितने ही प्रशिक्षित होंगे पुलिसकर्मी, अलवर में प्रशिक्षण केंद्र का हुआ उद्घाटन
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कहा कि पुलिस का काम लगातार जटिल होता जा रहा है जिससे निपटने के लिए हर जवान को हर तरह से तैयार होना पड़ेगा। उन्होंने बृहस्पतिवार को राजस्थान के अलवर के अभानपुर गांव में बनाए गए अत्याधुनिक आवासीय कमांडो प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कहा कि पुलिस का काम लगातार जटिल होता जा रहा है, जिससे निपटने के लिए हर जवान को हर तरह से तैयार होना पड़ेगा। उन्होंने बृहस्पतिवार को राजस्थान के अलवर के अभानपुर गांव में बनाए गए अत्याधुनिक आवासीय कमांडो प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। इस मौके पर विशेष पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार मीना ने बताया कि जिस तरह एनएसजी कमांडो को प्रशिक्षण दिया जाता है, ठीक उसी तरह का प्रशिक्षण यहां पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा।
जानें क्यों अहम है यह प्रशिक्षण
मुंबई में हुए आतंकी हमले जैसे खतरों से निपटने के लिए यह प्रशिक्षण अहम होगा। जवानों को हेलीकाप्टर से रस्सी की मदद से नीचे उतरने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने कहा कि कमांडो शब्द द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान चलन में आया, क्योंकि उस वक्त बड़ी संख्या में सैनिक लड़ते थे। ऐसे में एक ऐसी सैन्य टुकड़ी की जरूरत महसूस की गई, जिसमें सैनिकों की संख्या कम हो, लेकिन उसके सैनिक प्रत्येक काम में पारंगत हों।
वर्तमान समय में पुलिस भी अलग-अलग परिस्थितियों में अलग-अलग रूप में सेवाएं दे रही है। चाहे वह दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देना हो। डूबे हुए व्यक्ति को बचाने के लिए नदी में उतरना हो। आग लगने पर भी स्थानीय पुलिस अपने सीमित संसाधनों से प्रयास करने शुरू कर देती है। ऐसे में हर पुलिसकर्मी को सभी प्रकार के कार्यों में दक्ष होना होगा।
दिल्ली पुलिस अपने प्रशिक्षण में देश के मानक सैन्य संस्थानों द्वारा निर्धारित उपकरणों को शामिल कर रही है, जिससे पुलिस का जवान हर मुश्किल हालात से निपट सके। उन्होंने ट्रेनिंग यूनिट को बधाई देते हुए कहा कि उसके लगातार प्रयासों से यह परिसर तैयार हुआ है। आने वाले समय में यह परिसर और सुसज्जित नजर आएगा।
शुरुआत में दो हजार जवान लेंगे प्रशिक्षण
उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में करीब 91 एकड़ भूमि पर तैयार किया गया यह प्रशिक्षण केंद्र विश्वस्तरीय है। यहां पर दिल्ली पुलिस के जवानों को शारीरिक और मानसिक तौर पर दृढ़ बनाने संबंधी सभी प्रकार का तीन माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह दिल्ली पुलिस का पहला आवासीय अत्याधुनिक कमांडो प्रशिक्षण केंद्र है, जहां एक साथ सात हजार पुरुष व महिला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। शुरुआत में यहां दो हजार पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिनमें महिला प्रशिक्षु भी शामिल होंगी।
पुलिस आयुक्त ने की 10 राउंड फायरिंग, सभी अचूक
पुलिस आयुक्त ने प्रशिक्षण केंद्र के परिसर का दौरा किया। कमांडो को प्रशिक्षण देने के सभी उपकरणों का उन्होंने बारीकी से निरीक्षण भी किया। कई कमांडो ने अभ्यास करके भी दिखाया। इसके बाद आयुक्त ने फायरिंग रेंज में जाकर 10 राउंड फायरिंग भी की। उनके सभी निशाने अचूक थे। उनके साथ विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक, मुकेश कुमार मीना व अन्य अधिकारी भी थे। इस मौके पर कमांडो ने आतंकी व आपराधिक घटनाओं से निपटने संबंधी प्रदर्शन भी किया।
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने अलवर में किया कमांडो प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन, मुंबई जैसे आतंकी हमलों से निपटने में सक्षम होगी पुलिस
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