JIPNET वेबसाइट का नया वर्जन लॉन्च, दिल्ली पुलिस ऐसे कसेगी अपराध पर नकेल, यहां क्लिक कर देखें डिटेल्स
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने जिपनेट वेबसाइट का नया संस्करण लॉन्च किया जो अपराध और अपराधियों पर नजर रखने में मदद करेगा। यह वेबसाइट आठ राज्यों को अपराध संबंधी डेटा तक पहुंचने में मदद करेगी। नए संस्करण में आधुनिक यूजर इंटरफेस और उन्नत खोज कार्यक्षमता शामिल है। नागरिक गुमशुदा व्यक्तियों और चोरी हुए वाहनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जिपनेट की शुरुआत 2004 में हुई थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में जिपनेट वेबसाइट का नया और बेहतर संस्करण लांच किया। अब यह वेबसाइट दिल्ली पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट https://delhipolice.gov.in और https://zipnet.delhipolice.gov.in पर उपलब्ध है।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त आयुक्त सुरेंद्र कुमार के अनुसार, JIPNET प्लेटफॉर्म अपराध और अपराधियों पर नज़र रखने में राज्यों के बीच सहयोग का एक प्रमुख स्तंभ रहा है। अब इसे आधुनिक तकनीकी मानकों के अनुसार अपग्रेड किया गया है।
यह नया संस्करण हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली सहित आठ सदस्य राज्यों को अपराध, अपराधियों, लापता व्यक्तियों, अज्ञात मृतकों और चोरी हुए वाहनों से संबंधित डेटा तक निर्बाध पहुंच प्रदान करेगा।
इस संस्करण में पेश किए गए प्रमुख संवर्द्धन में आधुनिक उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस, सुव्यवस्थित नेविगेशन और उपयोग में आसानी के लिए अधिक सहज और उपयोगकर्ता के अनुकूल डिज़ाइन शामिल हैं। उन्नत खोज कार्यक्षमता में लापता व्यक्तियों और अन्य रिकॉर्ड और द्विभाषी पहुंच के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए तेज़, अधिक सटीक खोज शामिल है।
जीपानेट वेबसाइट पर नागरिकों को मिलती हैं ये सेवाएं
- गुमशुदा व्यक्ति
- अज्ञात शव
- अज्ञात व्यक्ति पाया गया
- चोरी हुए वाहन
- जब्त किए गए वाहन
- गुम हुए मोबाइल
क्या है जिपनेट वेबसाइट
जिपनेट भारत के आठ राज्यों का एक क्षेत्रीय एकीकृत पुलिस नेटवर्क है। इस साइट पर चोरी हुए वाहनों के साथ-साथ गुमशुदा बच्चों, अज्ञात बच्चों, गुमशुदा व्यक्तियों, अज्ञात मृतकों और अज्ञात व्यक्तियों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा चोरी हुए मोबाइल फोन के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। जिपनेट की शुरुआत वर्ष 2004 में हुई थी।
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