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    अब दिल्ली पुलिस के व्यवहार में देखने को मिलेगा बड़ा बदलाव, कमिश्नर की ये पहल बन सकती है मिसाल

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 09:07 AM (IST)

    पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह ने पुलिस और जनता के बीच संवाद को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस को सेवा भाव से काम करना चाहिए। दिल्ली पुलिस अकादमी में पुलिस अधिकारियों के लिए शिष्टाचार एवं कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों को जनता के साथ बेहतर व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित करना है। लगभग 2000 पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

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    पुलिसकर्मियों को शासक भाव से सेवा भाव में आने की जरूरत: एसबीके सिंह

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच प्रारंभिक बातचीत पूरे अनुभव की दिशा तय करती है। मानसिकता में बुनियादी बदलाव की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस को शासक भाव से सेवा भाव में आने की जरूरत है। वे दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा वे दूसरे से अपेक्षा करते हैं।

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    पुलिस मुख्यालय के आदर्श सभागार में पुलिस और एकीकृत जन सुविधा अधिकारियों के लिए "शिष्टाचार एवं कौशल प्रशिक्षण" कार्यक्रम का उद्घाटन करने के दौरान आयुक्त ने यह बात कही। इस अवसर पर उन्होंने जनता के साथ व्यवहार करते समय शिष्टाचार, व्यावसायिकता और संवेदनशीलता के महत्व पर भी जोर दिया।

    उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य दिल्ली पुलिस के अग्रिम पंक्ति के अधिकारियों की क्षमता का निर्माण करना और यह सुनिश्चित करना है कि हर बातचीत पेशेवर और सहानुभूतिपूर्ण हो। इस अवसर पर उन्होंने "शिष्टाचार एवं कौशल प्रशिक्षण" कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से तैयार की गई दो पुस्तिकाओं का भी विमोचन किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम और पुस्तिकाओं का डिजाइन और निर्माण दिल्ली पुलिस अकादमी द्वारा किया गया है।

    प्रशिक्षण कार्यक्रम में दो दिवसीय कार्यशालाएं शामिल होंगी, जिनमें 700 ड्यूटी अधिकारियों के लिए दो बैच (18 से 21 अगस्त तक) और 1,300 एकीकृत जन सुविधा अधिकारियों के लिए तीन बैच (25 अगस्त-चार सितंबर) होंगे। यह प्रशिक्षण दिल्ली पुलिस के जोन-एक के 350 अधिकारियों के साथ शुरू हो चुका है।

    इसके तहत करीब 2000 पुलिसकर्मियों को 15 दिनों के भीतर प्रशिक्षित किया जाएगा। दिल्ली पुलिस अकादमी के विशेषज्ञों और अनुभवी शिक्षकों द्वारा उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।

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    प्रशिक्षण में व्यवहार संबंधी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जिसमें पेशेवर आचरण, कानूनी ज्ञान और प्रभावी जन सहभागिता के लिए आवश्यक कौशल शामिल हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम दिल्ली के सभी पुलिस थानों के ड्यूटी अधिकारियों और एकीकृत जन सुविधा अधिकारियों के लिए डिजाइन किया गया है।

    इसका उद्देश्य नागरिकों को प्रभावी ढंग से संभालने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए उनके कौशल और ज्ञान को बढ़ाना है। इस अवसर पर विशेष आयुक्त, प्रशिक्षण संजय कुमार, संयुक्त निदेशक,डीपीए आसिफ मोहम्मद अली आदि कई अधिकारी मौजूद थे।