Delhi: गैंगवार में रवि गंगवाल के शूटरों ने की थी कपिल पंवार की हत्या, ताबड़तोड़ बरसाईं थी 15 गोलियां
स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर रवि गंगवाल-रोहित चौधरी गिरोह के सदस्य प्रवीण सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके पास से छह कारतूस व 7.65 बोर की पिस्टल बरामद हई है। 26 अगस्त को गैंगवार में प्रवीण ने साथियों के साथ मिलकर कपिल पंवार और प्रमोद पर गोलियां चलाई थीं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्पेशल सेल ने दक्षिण दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर रवि गंगवाल-रोहित चौधरी गिरोह के सदस्य प्रवीण सिंह को गिरफ्तार किया है। उसके पास से छह कारतूस व 7.65 बोर की पिस्टल बरामद हई है। गत 26 अगस्त को गैंगवार में प्रवीण ने साथियों के साथ मिलकर देवली में कार सवार कपिल पंवार व प्रमोद पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी।
घटना में 15 गोलियां लगने से कपिल की मौके पर ही मौत हो गई थी। इतनी गोलियां मारने के बाद बदमाशों ने कार में घुसकर कपिल पंवार के शरीर को पंप करके देखा था कि उसकी मौत हुई अथवा नहीं। दम तोड़ देने का पता चलने के बाद ही बदमाश मौके से भागे थे। कपिल, नेब सराय थानाक्षेत्र का घोषित अपराधी था।
ये भी पढ़ें- IIT Delhi Fees: आईआईटी ने घटाई MTech PG की फीस, छात्र कई दिनों से कर रहे थे विरोध
डीसीपी राजीव रंजन सिंह के मुताबिक रवि गिरोह, नीरज बवाना गिरोह से भी जुड़ा हुआ है। प्रवीण, देवली का रहने वाला है। 26 अगस्त की रात आठ बजे नेब सराय थाना पुलिस को इलाके में फायरिंग के संबंध में पीसीआर काल मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल कपिल पंवार व प्रमोद को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया था। कपिल, बैंक कालोनी, देवली व प्रमोद, संगम विहार का रहने वाला है।
कपिल को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। घटना के समय दोनों कार में बैठकर बातें कर रहे थे। प्रमोद के बयान पर नेब सराय में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। अपराधियों की धर पकड़ के लिए सेल को भी जिम्मेदारी सौंपी गई। जांच से पता चला कि प्रवीण और कपिल पहले अच्छे दोस्त थे, लेकिन बाद में दोनों एक-दूसरे के दुश्मन हो गए थे। प्रवीण के दिल्ली-एनसीआर के कुछ ठिकानों पर छापेमारी की
गई। लेकिन वह पुलिस के चंगुल से बाल-बाल बच निकला। लगातार नजर रखने के कारण अंतत: दो सितंबर को सेल की टीम ने प्रवीण को महादेव चौक, प्रह्लादपुर गांव से दबोच लिया। पकड़े जाने से पहले उसने पिस्टल निकालकर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करने की कोशिश की। लेकिन अलर्ट टीम ने उसे लोडेड पिस्टल के साथ दबोच लिया। पूछताछ में प्रवीण ने बताया कि पहले वे दोनों दोस्त थे।
वर्चस्व की लड़ाई के कारण दोनों एक-दूसरे के विरोधी हो गए। प्रवीण को पता चला था कि कपिल उसे मारने की साजिश रच रहा है। इससे पहले उसने मनीष के साथ मिलकर कपिल को ही मार डाला। कपिल पर हत्या, डराने-धमकाने के लिए फायरिंग, शस्त्र अधिनियम आदि के दस से अधिक प्राथमिकी दर्ज है। कपिल कुख्यात दीपक पंडित गिरोह का प्रमुख सदस्य था। रवि गंगवार-रोहित चौधरी गिरोह दक्षिणी दिल्ली में सालों से दबदबा बनाए हुए है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।