दिल्ली से रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को खदेड़ने की तैयारी पूरी, तेज होगी धरपकड़; चार स्तर पर होगी मॉनिटरिंग
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इनकी पहचान कर उन्हें वापस उनके देश भेजने की कार्ययोजना तैयार की गई है। पुलिस ने पूरे नेटवर्क की चार स्तर पर मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। अब तक 25 हजार से अधिक संदिग्ध बांग्लादेशी और 2000 से अधिक रोहिंग्या के दस्तावेजों की जांच की जा चुकी है।

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली में सालों से फर्जी तरीके से आधार कार्ड व अन्य भारतीय दस्तावेज बनवाकर अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों व रोहिंग्या मुस्लिमों को अब दिल्ली छोड़ना पड़ेगा। इनकी पहचान कर वापस उनके देश भेजने के लिए दिल्ली पुलिस के कमर कस ली है। अब तक इसके लिए कोई कार्ययोजना तैयार नहीं की गई थी।
सभी 15 जिले की झुग्गियों व अन्य जगहों पर रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़कर पुलिस उन्हें एफआरआरओ के सामने पेश करने के बाद वहां से उनके निर्वासन का आदेश करवा लिया जाता था। फिर सराय रोहिल्ला स्थित बांग्लादेशियों के रखने के लिए बनाए गए डिटेंशन सेंटर में रखने के बाद वहां से उन्हें रेलमार्ग के जरिये बांग्लादेश भेज दिया जाता था।
पूरे नेटवर्क की चार स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी
अब गृह मंत्री के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बांग्लादेश भेजने और उनके दिल्ली आने से लेकर यहां बसाने में मदद करने की चेन में शामिल पूरे नेटवर्क का पता लगा उसे ध्वस्त करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। रोहिंग्या व बांग्लादेशी घुसपैठियों के पूरे नेटवर्क की चार स्तर पर मॉनिटरिंग की जाएगी।
मॉनिटरिंग के लिए कार्ययोजना तैयार की गई
कुछ हफ्ते पहले गृह मंत्रालय में हुई दिल्ली पुलिस के अधिकारियाें की बैठक के बाद पुलिस आयुक्त ने रोहिंग्या मुस्लिम व बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करने व उन्हें वापस उनके देश भेजने के लिए कार्ययोजना तैयार करने की जिम्मेदारी स्पेशल सेल व स्पेशल ब्रांच को सौंपी थी, जिसके बाद कार्ययोजना तैयार की गई।
क्राइम ब्रांच भी धर पकड़ की कार्रवाई करेगी
इसके तहत दोनों जोन के विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था अपने-अपने जोन में कार्रवाई की मॉनिटरिंग करेंगे। सभी जिला पुलिस अपने-अपने जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर धर पकड़ की कार्रवाई जारी रखेगी। इसके अलावा स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच भी धर पकड़ की कार्रवाई करेगी। दाेनों यूनिटों के विशेष आयुक्त मॉनिटरिंग करेंगे।
आधार कार्ड बनवाने वाले गिरोह का पता लगाया जा रहा
बांग्लादेशी के पकड़े जाने पर उससे गहन पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि वह कब व किस तरह से दिल्ली आया था। उसे किन-किन लोगों ने किस-किस तरह से मदद पहुंचाया। चेन में शामिल सभी के बारे में पता लगाकर पुलिस उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेगी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि अगर किसी मामले में बांग्लादेशियों के आधार कार्ड बनवाने वाले गिरोह का पता लगेगा तब केस दर्ज कर उसकी तफ्तीश की जाएगी।
बांग्लादेशियों के पास से मिले हर दस्तावेज की जांच की जा रही
पकड़े गए सभी बांग्लादेशी व रोहिंग्या के बारे में रिकार्ड तैयार किया जाएगा। उन्हें बांग्लादेश भेजने की सभी कानूनी प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। दिल्ली पुलिस कुछ समय से बांग्लादेश की सीमाओं पर भी जाकर जांच कर रही है कि वे किन-किन मार्गों से भारत में घुसकर दिल्ली आते हैं। बांग्लादेशियों के पास से मिले हर दस्तावेज की जांच की जा रही है। जो दस्तावेज जहां के पाए जा रहे हैं पुलिस टीम उक्त राज्यों के संबंधित विभागों में जाकर जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि दिसंबर से अब तक 25 हजार से अधिक संदिग्ध बांग्लादेशी व 2000 से अधिक रोहिंग्या के दस्तावेज की जांच की जा चुकी है। 135 बांग्लादेशियों को वापस भेजा जा चुका है और करीब 700 के आधार कार्ड के बारे में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से जानकारी मांगी गई है।
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