2027 तक ड्रग्स मुक्त हो जाएगी दिल्ली! पुलिस का 47 तस्करों के खिलाफ बड़ा एक्शन; 12 करोड़ की संपत्ति जब्त
दिल्ली पुलिस ने 2027 तक दिल्ली को ड्रग्स मुक्त करने का संकल्प लिया है। पुलिस ने 47 बड़े ड्रग्स माफियाओं की लगभग 12 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। क्राइम ब्रांच ने पिट एनडीपीएस अधिनियम के तहत 28 तस्करों पर कार्रवाई की है। तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए डिटेंशन आर्डर भी जारी किए जा रहे हैं।

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली। आगामी 2027 तक दिल्ली को ड्रग्स मुक्त करने के कठोर संकल्प के तहत दिल्ली पुलिस पूरे जोर शोर से ड्रग्स तस्करों को पकड़ने, उनके पूरे चेन का पता लगा ध्वस्त करने व ड्रग्स बरामद करने में जुटी हुई हैं।
करीब साढे तीन साल पहले शुरू की गई रणनीतिक कार्रवाई के तहत दिल्ली पुलिस अब तक 47 बड़े ड्रग्स माफिया के खिलाफ वित्तीय जांच शुरू कर उनकी करीब 12 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
ये सभी तस्कर दिल्ली और अन्य राज्यों के रहने वाले हैं, जो लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर और पड़ोसी राज्यों में संगठित अपराध के तहत विभिन्न तरह के ड्रग्स की आपूर्ति कर रहे थे। 18 अन्य ड्रग्स तस्करों की 16.84 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का मामला अंतिम चरण में है और 30 ड्रग्स तस्करों की संपत्तियों की पहचान कर ली गई है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक वित्तीय जांच कर जब्त की गई संपत्ति न तो बिक सकती है और न ही ट्रांसफर किए जा सकते हैं। अदालतों से केस का निपटारा होने के बाद उक्त संपत्तियों की नीलामी कर दी जाती है। बड़े तस्करों की कमर तोड़ने के लिए वित्तीय जांच पहली बार करीब साढे तीन साल पहले शुरू की गई, जिनमें अन्य राज्यों की तुलना में दिल्ली में सबसे अधिक कार्रवाई की गई, यानी कार्रवाई में दिल्ली पहले नंबर पर है।
इसी तरह बड़े माफिया पर शिकंजा कसने के लिए क्राइम ब्रांच ने पिट एनडीपीएस अधिनियम लगाना शुरू किया। गंभीर नशे का कारोबार करने वाले तस्करों पर यह लगाया जाता है। यह कार्रवाई शासन की ओर से की जाती है। इसमें एक साल बाद ही तस्करों को जमानत मिल पाती है।
साढे तीन साल में क्राइम ब्रांच ने 28 तस्करों पर पिट एनडीपीएस लगाया और 32 तस्करों पर पिट एनडीपीएस लगाने की प्रक्रिया प्रस्तावित है। बड़े तस्करों के चेन को ध्वस्त करने के लिए क्राइम ब्रांच डिटेंशन आर्डर भी जारी कर रही है।
इसके तहत एक राज्य के तस्कर को दूसरे राज्य के जेलों में सेल के अंदर रखा जाता है ताकि कोई उससे मुलाकात न कर पाए। अगर कोई तस्कर दिल्ली का है तो उसे मद्रास के जेल में रखवा दिया जाता है ताकि उसके चेन को तोड़ा जा सके। 2021 में क्राइम ब्रांच ने एक तस्कर के खिलाफ डिटेंशन ऑर्डर जारी कराया।
2022 में आठ, 2023 में नौ और 2024 में सात को जारी कराया गया। 2025 में अब तक तीन तस्करों के लिए डिटेंशन आर्डर जारी कराया गया। एनसीबी की दिल्ली जोनल यूनिट भी तस्करों के खिलाफ लगातार काम कर रही है।
2025 में तीन मामलों में 3.45 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई और नवीन फोगट के खिलाफ पिट प्रस्ताव शुरू किया गया। क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त देवेश चंद श्रीवास्तव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने अभियान मेें और तेजी लाने का निर्णय किया है।
बीते 18 जुलाई को दिल्ली सचिवालय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की ड्रग्स के मसले पर हुई समीक्षा बैठक अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी गई और अगले तीन माह में की जाने वाली कार्रवाई की रणनीति के बारे में बताया गया।
चार महीने से फरार सुल्तानपुरी की ड्रग्स तस्कर कुुुसुम की चार करोड़ की संपत्ति बाहरी जिला नारकोटिक्स सेल ने पिछले हफ्ते जब्त की है। उसकी तीन मंजिला इमारत, एक फ्लैट व एक दुकान के अलावा रोहिणी सेक्टर-दो स्थित एक संपत्ति जब्त कर ली गई।
उसकी दो बेटियों के बैंक खाते से दो करोड़ के अवैध लेनदेन का पता चला। छह महीने में 70 लाख रुपये के ट्रांजेक्शन कुसुम के बैंक खाते से हुए थे। उसके खाते से 10 लाख लेने देने की जानकारी मिली थी। सभी खातों को फ्रिज करवा दिया गया।
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