Delhi Crime: बुराड़ी थाने में विजिलेंस का छापा, हवलदार को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। विजिलेंस टीम ने बुराड़ी थाने में छापा मारकर हवलदार सुरेंद्र कुमार मीणा को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। हवलदार पर छत पर टावर लगवाने के एवज में 75 हजार रुपये मांगने का आरोप है। पिछले डेढ़ साल में विजिलेंस ने 25 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते पकड़ा है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आए दिन सीबीआई और विजिलेंस को पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायतें मिलती हैं जिससे दोनों एजेंसियां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
ताजा मामले में दिल्ली पुलिस की विजिलेंस ने शुक्रवार रात बुराड़ी थाने में छापा मार 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हवलदार सुरेंद्र कुमार मीणा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि हवलदार ने छत पर टावर लगवाने के एवज में शिकायतकर्ता से 75 हजार रुपये मांगे थे। 25 हजार रुपये एडवांस लेने के दौरान विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया।
दिल्ली पुलिस की छवि को तार-तार कर दिया
थाने में विजिलेंस के छापे एक बार फिर दिल्ली पुलिस की छवि को तार-तार कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद उत्तरी जिला के डीसीपी राजा बांठिया ने हवलदार को निलंबित कर दिया है। थाने के एसएचओ पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। पिछले डेढ़ साल में विजिलेंस 25 से अधिक पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर चुकी है।
जानकारी के मुताबिक बुराड़ी, कमालपुर के रहने वाले एक व्यक्ति ने विजिलेंस में शिकायत कर आरोप लगाया कि बुराड़ी थाने में तैनात हवलदार सुरेंद्र कुमार मीणा उनसे अपने घर की छत पर टावर लगवाने के एवज में 75 हजार रुपये देने का दबाव बना रहा है। रुपये ना देने पर वह कार्रवाई करने की बात कह रहा है। शुक्रवार को हवलदार ने 75 हजार में से 25 हजार रुपये देने के लिए शिकायतकर्ता को थाने बुलाया था।
शिकायतकर्ता ने बाहर खड़ी विजिलेंस टीम को सूचना दे दी
विजिलेंस टीम ने 25 हजार रुपये पर विशेष कैमिकल लगाकर शिकायतकर्ता को हवलदार के पास भेज दिया। जैसे ही उसने रिश्वत की रकम ली, शिकायतकर्ता ने बाहर खड़ी विजिलेंस टीम को सूचना दे दी। टीम ने थाने में घुसकर हवलदार को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। हवलदार 2010 बैच का है। पिछले साल मार्च में उसकी तैनाती बुराड़ी थाने में हुई थी।
ज्ञात रहे इससे पहले 24 जून को भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान को जारी रखते हुए दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह यादव और उनके करीबी धर्मवीर (खिड़की एक्सटेंशन, मालवीय नगर) को शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर ग्रेटर कैलाश में तैनात थे। ग्रेटर कैलाश की रहने वाली एक महिला ने विजिलेंस में शिकायत कर आरोप लगाया था कि उनके और उनके पति के खिलाफ ग्रेटर कैलाश में एफआईआर दर्ज है।
सौदेबाजी के बाद रिश्वत की रकम 30 लाख रुपये में तय हुई
मामले के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह यादव उनका पक्ष लेने के लिए उनसे रिश्वत की मांग कर रहे हैं। सौदेबाजी के बाद रिश्वत की रकम 30 लाख रुपये में तय हुई थी। इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह यादव ने उन्हें रिश्वत की राशि धर्मवीर को देने का निर्देश दिया था। जिसके बाद दोनों को दबोच लिया गया था।
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