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    नंदू गैंग के बाद गैंगस्टर हिमांशु भाऊ पर भी दिल्ली पुलिस ने कसा शिकंजा, 10 बदमाशों पर लगाया मकोका

    Updated: Mon, 06 Oct 2025 09:02 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर हिमांशु उर्फ भाऊ गिरोह के दस सदस्यों पर मकोका के तहत आरोपपत्र दायर किया है। यह कार्रवाई संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए की गई है। हिमांशु विदेश में रहकर गिरोह का संचालन कर रहा है। पुलिस उसे भारत लाने की कानूनी प्रक्रिया में जुटी है। गिरोह पर जबरन वसूली और हत्या जैसे कई गंभीर आरोप हैं।

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    नंदू के बाद अब हिमांशु भाऊ के 10 बदमाशों पर मकोका में आरोपपत्र दायर।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए जारी अभियान के तहत क्राइम ब्रांच ने विदेश में छिपे कुख्यात गैंग्स्टर हिमांशु उर्फ भाऊ गिरोह की गतिविधियों पर अंकुश लगाया है।

    पिछले छह माह के दौरान अलग-अलग मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हिमांशु गिरोह के 10 बदमाशों पर क्राइम ब्रांच ने सोमवार को मकोका के तहत अदालत में आराेपपत्र दायर किया है।

    गिरोह के चार बदमाश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। पुलिस अब हिमांशु का पता लगा उसे भारत लाने की कानूनी प्रक्रिया तेज कर दी है। वह विदेश से ही गिरोह का संचालन कर रहा है।

    इससे पहले पिछले हफ्ते क्राइम ब्रांच ने कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह के नौ बदमाशों पर मकाेका के तहत आरोपपत्र दायर किया था।

    संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच सुरेंद्र कुमार का कहना है कि पिछले साल छह मई की शाम तिलक नगर थानाक्षेत्र में गोलीबारी की एक घटना हुई थी।

    जिसमें तीन बदमाशों ने अपने सरगना हिमांशु के निर्देश पर व्यापारियों के बीच आतंक फैलाने के उद्देश्य से सेकेंड हैंड कारों के फ्यूजन कार शोरूम के अंदर और बाहर अंधाधुंध गोलियां चलाई थी।

    इस घटना में छह लोग घायल हो गए थे। कार शोरूम के मालिक मनोज मलिक के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई थी।

    इसके अगले दिन सात मई 2024 को शिकायतकर्ता को अंतरराष्ट्रीय वीओआईपी नंबर से धमकी दी गई। काॅल करने वाले ने खुद को हिमांशु भाऊ बताते हुए उनसे पांच करोड़ रुपये रंगदारी मांगी।

    जिसके बाद मामले में रंगदारी मांगने के लिए धमकी देने की धारा जोड़ दी गई और मुकदमे की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।

    जांच में यह पाया गया कि हिमांशु और उसके साथी लगातार गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त है। अपराध के जरिये धन इकट्ठा करने में जुटा हुआ है जिसके बाद केस में मकोका की धारा भी जोड़ दी गई।

    हिमांशु गिरोह 2020 से दिल्ली समेत पड़ोसी राज्याें में सक्रिय है और जबरन वसूली, अपहरण और हत्या जैसे अपराधों को अंजाम दे रहा है।

    व्यापारियों, प्राॅपर्टी डीलरों और अमीर लोगों को निशाना बना रहा है। गिरोह की गतिविधियां हिंसा और धमकी से जुड़ी पाई गईं।

    जिनमें तिलक नगर स्थित कार शोरूम में गोलीबारी, राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट में एक गिरोह के सदस्य की हत्या व नारायणा स्थित कार स्ट्रीट शोरूम में गोलीबारी आदि शामिल थी।

    डीसीपी पंकज सिंह की निगरानी में क्राइम ब्रांच की टीम जांच कर रही है। गिरोह के कई सदस्यों की पहचान की गई है, जिन्हें पकड़ने के लिए प्रयास जारी है।

    हिमांशु और उसके करीबी सहयोगी साहिल को भगोड़ा अपराधी घोषित किया जा चुका है। माना जा रहा है कि दोनों फर्जी पासपोर्ट के आधार पर पुर्तगाल के रास्ते भारत से भागने के बाद वर्तमान में विदेश में रह रहे हैं।

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