दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को देने थे हथियार, 15 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मध्य प्रदेश के दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 15 अर्ध-स्वचालित पिस्टल बरामद हुई हैं जो दिल्ली-एनसीआर के अपराधियों को सप्लाई की जानी थीं। तस्करों के नाम मुर्तजा खत्री और वसीम कुरैशी हैं। पूछताछ में पता चला कि वे मध्य प्रदेश के एक हथियार सप्लायर के कहने पर दिल्ली आए थे और पिछले पांच साल से तस्करी कर रहे हैं।

जगरण संवाददता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मध्य प्रदेश के रहने वाले दो हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 15 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल के अलावा तस्करी में इस्तेमाल मोबाइल और कुछ सिमकार्ड बरामद किए हैं। हथियारों की आपूर्ति दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को की जानी थी।
डीसीपी कृष्ण कुमार के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तस्करों के नाम मुर्तजा खत्री और वसीम कुरैशी है। दोनों बड़वानी, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। स्पेशल सेल को सूचना मिली कि मध्य प्रदेश के हथियार तस्कर दिल्ली-एनसीआर के अपराधियों को हथियार मुहैया कराने दिल्ली आने वाले हैं।
जिसके बाद संदिग्धों की गतिविधियों नजर रखी जाने लगी। कई महीने तक जांच के बाद पांच सितंबर को सूचना के आधार पर एसीपी राहुल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अनुकूल पंवार व प्रवीन कुमार के नेतृत्व में सेल की टीम ने दोनों को बुराड़ी से गिरफ्तार कर लिया।
इनके बैग से 15 पिस्टल बरामद किए गए। पूछताछ में दोनों ने बताया वे मध्य प्रदेश के एक हथियार आपूर्तिकर्ता के निर्देश पर अवैध हथियारों की खेप लेकर दिल्ली आए थे। उक्त पिस्टल की खेप उसके संपर्क वाले रोशन को देने बुराड़ी आए थे। रोशन एक पिस्टल 15 हजार में खरीदकर उसे 25 हजार में आगे बेचता था।
मुर्तजा खत्री कुछ साल पहले वसीम कुरैशी के संपर्क में आया था, जिसने उसे अवैध हथियारों की आपूर्ति का लालच दिया। उसके बाद उसने मध्य प्रदेश के एक हथियार आपूर्तिकर्ता के विभिन्न संपर्कों को अवैध हथियारों की आपूर्ति करना शुरू कर दिया था। वह पांच वर्षों से हथियारों की तस्करी कर रहा था।
वसीम कुरैशी पहले मटन की दुकान करता था। सरदार नाम का एक व्यक्ति उसकी दुकान से मटन खरीदता था, जिसने उसे हथियार आपूर्ति करने के धंधे के बारे में बताया।
इस पर उसने मुर्तजा खत्री के साथ मिलकर मध्य प्रदेश के हथियार आपूर्तिकर्ता के संपर्क वालों को अवैध हथियार आपूर्ति करना शुरू कर दिया। वह भी पांच साल से हथियारों की तस्करी में लिप्त है।
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