Delhi Crime: कुख्यात मंजीत महल गैंग के शूटर को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई अवैध सामान बरामद
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मंजीत महाल गिरोह के सक्रिय शूटर दिनेश उर्फ मोगली को गिरफ्तार किया है। दिनेश मंजीत महाल गिरोह के लिए काम करता था और इलाके में अपना दबदबा बढ़ाना चाहता था। उसके पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए हैं। मंजीत महल के गिरोह के सदस्यों सहित विभिन्न गैंगस्टरों की गतिविधियों ने पुलिस को सतर्क कर दिया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महाल गिरोह के सक्रिय शूटर दिनेश उर्फ राजेश उर्फ मोगली को गिरफ्तार किया है। मंजीत लंबे समय से कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू और नवीन खाती गिरोह के साथ वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहा था।
हथियारों का जखीरा बरामद
इन गिरोहों के बीच गैंगवार में कई अपराधी मारे जा चुके हैं। उसके पास से अमेरिका की अत्याधुनिक 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल, 13 कारतूस, तीन खाली खोल और अन्य अवैध हथियार बरामद हुए हैं।
डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक, दिनेश जाफरपुर कलां के दरियापुर खुर्द गांव का रहने वाला है। मंजीत महल ब्रिटेन के गैंगस्टर कपिल सांगवान का कट्टर प्रतिद्वंद्वी है। दिनेश नजफगढ़ और द्वारका इलाके में अपने गिरोह का दबदबा बढ़ाने के लिए ऐसे विदेशी हथियार रखता था।
पश्चिमी दिल्ली में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटनाओं के बाद मंजीत महल के गिरोह के सदस्यों सहित विभिन्न गैंगस्टरों की गतिविधियों ने पुलिस को सतर्क कर दिया है।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना
हेड कांस्टेबल संदीप कादियान को सूचना मिली कि कुख्यात मंजीत महल गिरोह के एक गैंगस्टर ने नजफगढ़ और द्वारका इलाके में अपने गिरोह का दबदबा स्थापित करने के लिए हिंसक अपराधों को अंजाम देकर सुर्खियां बटोरने के इरादे से अवैध अत्याधुनिक हथियार खरीदे हैं।
एसीपी रविन्द्र कुमार राजपूत और इंस्पेक्टर अक्षय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी कर दिनेश को 9 एमएम बेरेटा पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि 11वीं कक्षा में पढ़ते समय दिनेश मंजीत महल गिरोह के बदमाश रविंद्र उर्फ भोलू के संपर्क में आया था। निजी रंजिश के चलते उसे कुछ समय बाद अपना गांव छोड़ना पड़ा था। इसके बाद वह रविंद्र के साथ मितराऊं गांव में रहने लगा था।
नए साल 2015 की पूर्व संध्या पर उसने रविंद्र भोलू के साथ मिलकर अपने विरोधी नवीन खाती गिरोह के चार बदमाशों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और शवों को बहादुरगढ़ के पास इस्सरहेड़ी गांव के सुनसान जंगल में ले जाकर जला दिया था। पुलिस ने उस मामले में दिनेश को गिरफ्तार किया था।
सात साल बाद वह जमानत पर बाहर आया और फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा। बहादुरगढ़ और दिल्ली में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
हरियाणा में भी फैला है जाल
वह हरियाणा के राजेश सरकारी गिरोह के लिए भी काम कर रहा था। वह अपने गिरोह का प्रभाव बढ़ाना चाहता था। वह हिंसक वारदातों को अंजाम देने के लिए मंजीत महल से निर्देश मिलने का इंतजार कर रहा था।
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