23.37 लाख की नकदी देख फिसली नीयत, कर्मचारी ने रची लूट की झूठी कहानी, 500 सीसीटीवी खंगाल पुलिस ने पकड़ा
लाहोरी गेट थाना पुलिस ने 23.37 लाख रुपये की लूट की झूठी कहानी रचने वाले कर्मचारी आकाश को गिरफ्तार किया। व्यापारी संजय अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराई थी कि आकाश नकदी लेकर गायब हो गया। पुलिस ने 500 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आकाश को गिरफ्तार कर चोरी की रकम बरामद की। आकाश ने बताया कि बड़ी रकम देखकर उसने चोरी की योजना बनाई थी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दुकानदार के 23.37 लाख नकद हड़पने के लिए लूटपाट की झूठी कहानी गढ़ने वाले कर्मचारी को लाहौरी गेट थाना पुलिस की टीम ने घटना के 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान लोनी गाजियाबाद के आकाश के रूप में हुई है। उसकी निशानदेही पर चोरी की गई पूरी रकम बरामद कर ली गई है।
मोबाइल भी बंद कर लिया
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, 18 सितंबर को लाजपत राय मार्केट में घड़ी के व्यापारी संजय अग्रवाल ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि उन्होंने अपने कर्मचारी आकाश को फतेहपुरी, कटरा बारियां स्थित अपने आफिस से 23.37 लाख रुपये नकद लेकर एक अन्य व्यक्ति को देने का निर्देश दिया था। कई घंटे बीतने के बाद भी उसने नकदी उक्त व्यक्ति को नहीं पहुंचाई और उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया।
नकदी वाला बैग और मोबाइल गायब
मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। अगले दिन आकाश ने एक पीसीआर काल कर बताया गया कि उसे किसी ने नशीला पदार्थ सुंघाया, जिससे वह बेहोश हो गया और जब उसे होश आया तो वह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास फुटपाथ पर पड़ा था नकदी वाला बैग और उसका मोबाइल फोन गायब था।
500 सीसीटीवी फुटेज खंगाले
संदेह होने पर पुलिस ने रास्ते के लगभग 500 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में वह चर्च मिशन चौक की गलियों से होते हुए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जा रहा था और बैग भी उसी के पास था। पूछताछ में उसने नई कहानी गढ़ते हुए बताया कि वह रेलवे स्टेशन के बाहर से लाल किला जाने के लिए एक ऑटो-रिक्शा में बैठा था, जहां उसने एक अन्य कर्मचारी को नकदी वाला बैग सौंप दिया। टीम ने रास्ते के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें वह आटो में बैठता दिखा। इसके बाद सहकर्मी का पता लगाकर पूछताछ की गई, जिसने बताया कि वह उसे फंसा रहा है।
बड़ी रकम देखकर फिसली नियत
जब आरोपित से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपराध कुबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर चोरी की गई नकदी बरामद की गई। उसने बताया कि वह अपनी कमाई से संतुष्ट नहीं था और जैसे ही उसे इतनी बड़ी रकम देखी तो उसने चोरी करने की योजना बनाई।
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