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    Delhi: रोहिणी जेल के पांच अधिकारी गिरफ्तार, सुकेश चंद्रशेखर को VVIP सुविधाएं मुहैया कराने का आरोप

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Tue, 09 Nov 2021 10:20 PM (IST)

    जेल में बंद रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मलविंदर सिंह व शिविंदर सिंह को जमानत दिलाने के नाम पर उनकी पत्नियों से दो सौ करोड़ से अधिक ठगने वाले सुकेश चंद्रशेखर को रोहिणी जेल में वीवीआइपी सुविधाएं मुहैया कराने वाले पांच जेल अधिकारियों को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया है।

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    सुकेश के मददगार रोहिणीजेल के पांच अधिकारी गिरफ्तार

    नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। जेल में बंद रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर सिंह बंधु मलविंदर सिंह व शिविंदर सिंह को जमानत दिलाने के नाम पर उनकी पत्नियों से दो सौ करोड़ से अधिक ठगने वाले सुकेश चंद्रशेखर को रोहिणी जेल में वीवीआइपी सुविधाएं मुहैया कराने वाले पांच जेल अधिकारियों को आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में जेल अधीक्षक सुनील कुमार, सुंदर वोहरा, जेल उपाधीक्षक महेंद्र प्रसाद, लक्ष्मी दत्त व सहायक जेल अधीक्षक प्रकाश चंद्र शामिल हैं। ये सभी रोहिणी जेल में तैनात थे।

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    पुलिस ने इन आरोपितों को मंगलवार को पटियाला हाउस अदालत में पेश किया जहां कोर्ट ने इन्हें 12 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले में अब तक मुख्य आरोपित सुकेश सहित 19 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। 

    अधिकारियों का कहना है अभी कई और जेल अधिकारी व कर्मी उनके रेडार पर हैं उनपर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।सुकेश को एक राजनैतिक पार्टी का चुनाव चिह्न दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में वर्ष 2017 में गिरफ्तार किया गया था। जब सिंह बंधुओं की पत्नियों से 200 करोड़ से अधिक की ठगी करने मामले में एफआइआर दर्ज की गई तब सुकेश के मददगार जेल अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका की भी जांच की गई थी।

    तिहाड़ जेल प्रशासन ने सुकेश द्वारा चलाए जा रहे वसूली रैकेट की आंतरिक जांच किया ।जिसमें नौ अधिकारियों भूमिका संदिग्ध पाई गई।ऐसे में उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया था।इसमें छह जेल अधिकारियों को पहले ही निलंबित कर दिया गया था। मंगलवार को ईओडब्ल्यू ने पहली बार सुकेश को जेल में हर तरह की सुविधा मुहैया कराने वाले पांच अधिकारी को गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन सभी आरोपितों के खिलाफ मकोका के तहत कार्रवाई की गई है ।

    सुविधाएं मुहैया कराने पर हर 15 दिन में मिलते थे 65 लाख

    पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुकेश जेल अधिकारियों के साथ मिलकर संगठित गिरोह चला रहा था। सुकेश को मुख्य रूप से जेल अधिक्षक सुनील कुमार व सुंदर वोहरा मदद कर रहे थे।इसके बदले इन्हें हर 15 दिन में 65 लाख रुपये मिलते थे ।अब तक की जांच में सुकेश ने इन दोनों को 20 करोड़ रुपये से अधिक की रकम दे चुका है ।यह रकम सुकेश का साथी जेल के बाहर अधिकारियों को देता था।पुलिस अब यह पता लगा रही है कि ये 20 करोड़ रुपये किन-किन जेल अधिकारियों व कर्मियों में बांटे गए।

    मिल रही थी यह सुविधाएं

    जेल अधिकारियों ने सुकेश को रोहिणी जेल में रहने के लिए एक ऐसा बैरक दिया था जिसमें 40 कैदी रह सकते थे। वह उसमें अकेला रहता था।इसके साथ ही वह सीसीटीवी कैमरों के जद में भी नहीं था। उसे आइफोन, विदेशी सिम कार्ड, महंगे होटल का खाना, नियमों का ताक पर रखकर लोग उससे मिलने जाते थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जेल अधिकारी सुकेश को वीवीआइपी होटल जैसी सुविधा मुहैया करा रहे थे।

    यह है पूरा मामला

    आर्थिक अपराध शाखा ने रोहिणी जेल मे बंद सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी और आपराधिक साजिश का एक मामला दर्ज किया था। ये एफआइआर रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर की पत्नी की शिकायत पर दर्ज की गई थी। जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से मोबाइल फोन से आवाज बदलने वाले स्नूपिंग एप से काल करके सिंह बंधुओ की पत्नियों से कभी गृहमंत्रालय का अधिकारी तो कभी प्रधानमंत्री दफ्तर में कार्यरत अधिकारी व कभी कानून मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बनकर बात 200 करोड़ से अधिक ठग लिए थे। इस मामले में सबसे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कार्रवाई की थी। बाद में मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया गया था।