Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पाकिस्तान से नेपाल और फिर देश में आ रहे हैं 100-100 के नकली नोट

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Sun, 19 Feb 2017 09:15 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अर्विन और संजीव नाम के 2 आरोपियों को दिल्ली के सोनिया विहार से 6 लाख के नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया है।

    पाकिस्तान से नेपाल और फिर देश में आ रहे हैं 100-100 के नकली नोट

    नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोटों का धंधा करने वाले 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से छह लाख रुपये के नकली नोट बरामद हुए है। पाकिस्तान में बने ये नोट 100-100 के हैं, नकली नोटों को पाकिस्तान से नेपाल और फिर वहां से सड़क मार्ग से भारत लाया गया। इन्हें आम लोग नहीं पहचान सकते हैं क्योंकि देखने में यह असली नोटों जैसे ही लगते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डीसीपी स्पेशल सेल संजीव कुमार यादव के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए तस्करों के नाम संजीव उर्फ मुकेश और अर्विन है। दोनों उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना के रहने वाले हैं। पिछले दो वर्षों से दोनों विभिन्न राज्यों में नकली नोटो की तस्करी का धंधा कर रहे थे। पहले इन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नकली नोटों को आपूर्ति का धंधा शुरू किया था, जो बाद में कई राज्यों में फैल गया। दिल्ली-एनसीआर में ये पिछले तीन माह से नकली नोटों का धंधा कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि कैराना का ही रहने वाला कुख्यात इकबाल काना पाकिस्तान से आइएसआइ के माध्यम से नकली नोटों का धंधा करता है।

    यह भी पढ़ें: पति की तलाश में शहर की खाक छानती रही युवती, और फिर बन गई वेश्या

    संजीव यादव के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि देश के सभी राज्यों में धड़ल्ले से 100-100 के नकली नोट चल रहे हैं। नकली नोटों का कागज बेहतर क्वालिटी का होता है जिसे एक्सपर्ट ही पकड़ सकते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, असली और नकली नोटों में मामूली अंतर होता है। आमतौर पर मशीन ही दोनों प्रकार के नोटों में अंतर पकड़ सकती है।

    पूछताछ में दोनों तस्करों ने बताया कि बाजार में 100-100 के नकली नोटों की मांग ज्यादा है। ये लोग 40 हजार रुपये के असली नोटों के बदले ग्राहकों को 1 लाख रुपये के नकली नोट देते थे। स्पेशल सेल इससे पहले भी 19.22 लाख रुपये के दो-दो हजार के नकली नोट बरामद कर चुकी है।

    यह भी पढ़ें: 4 साल की मासूम को कमरे में ले गया ऑटो चालक, गिरफ्तार

    बचपन में ही छोड़ दी थी पढ़ाई

    डीसीपी के मुताबिक, मुकेश ने बचपन में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। नौकरी की तलाश में वह मुंबई गया, लेकिन जल्द ही वापस शामली लौट आया। उसके बाद उसका संपर्क नकली नोटों के तस्करों से हो गया। जल्द पैसा कमाने के लिए उसने अर्विन के साथ मिलकर नकली नोटों का धंधा करना शुरू कर दिया।