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    Delhi: नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी, मास्टरमाइंड का रिश्तेदार इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़ा; सात गिरफ्तार

    By Dhananjai MishraEdited By: Geetarjun
    Updated: Mon, 23 Oct 2023 08:48 PM (IST)

    खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक हजार से अधिक लोगों से ठगी करने वाले रैकेट का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित सात आरोपितों को दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में छापेमारी कर दबोचा है। आरोपितों के पास से आठ लैपटॉप 12 मोबाइल 110 पासपोर्ट और धोखाधड़ी में प्रयुक्त अन्य सामग्री बरामद की है।

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    आरोपितों के पास से आठ लैपटॉप, 12 मोबाइल, 110 पासपोर्ट और धोखाधड़ी में प्रयुक्त अन्य सामग्री बरामद।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। खाड़ी देशों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक हजार से अधिक लोगों से ठगी करने वाले रैकेट का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित सात आरोपितों को दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में छापेमारी कर दबोचा है।

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    मास्टरमाइंड बिहार का रहने वाला

    आरोपितों के पास से आठ लैपटॉप, 12 मोबाइल, 110 पासपोर्ट और धोखाधड़ी में प्रयुक्त अन्य सामग्री बरामद की है। गिरफ्तार आरोपितों में गिरोह का मास्टरमाइंड इनामुल हक अंसारी बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। वह छह वर्षों से ठगी कर रहा है।

    एक आरोपी दिल्ली का रहने वाला

    अन्य गिरफ्तार आरोपितों में ताबिश हासमी, मोहम्मद तबरेज़ आलम उर्फ तबरेज, एकराम मुजफ्फर भी दरभंगा के हैं। जबकि तारिक सीवान, सोमनाथ कुमार अररिया का रहने वाला है। सातवां आरोपित महेश कुमार दिल्ली के खिजराबाद का रहने वाला है।

    मास्टरमाइंड का रिश्तेदार IM से जुड़ा

    पुलिस अधिकारियों का कहना है गिरोह के मास्टरमाइंड का एक रिश्तेदार इंडियन मुजाहिद्दीन (IM) से जुड़ा हुआ पाया गया है। फिलहाल पुलिस टीम गिरफ्तार आरोपितों की पूरी कुंडली खंगालने में जुटी हुई है।

    इस तरह लोगों को झांसे में लेते

    विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंह यादव के अनुसार, इस रैकेट के शिकार हुए अधिकांश लोग केरल से हैं। पीड़ितों को फोन और ईमेल के माध्यम से बताया गया था कि उन्हें नौकरी डॉट कॉम, ऑनलाइन प्लेटफार्म, वर्क इंडिया ऐप आदि पर उनके प्रोफाइल को कंपनी द्वारा नौकरियों के लिए चुना गया है।

    59 हजार रुपया मांगते

    इस एवज में वे 59,000 रुपयों की मांग करते थे। झांसे में आए लोग राशि का भुगतान कर देते, जिसके बाद आरोपित पीड़ित से दूरियां बना लेते थे। इस बाबत मिली शिकायत को लेकर क्राइम ब्रांच में केस दर्ज किया गया था।

    ट्रैवल कंपनी की हुई पहचान

    पुलिस की जांच मोबाइल नंबर, ईमेल, बैंक स्टेटमेंट आदि पर केंद्रित हुई। इसके बाद "लाइफ लॉन्ग ट्रैवल्स" नामक एक कंपनी की पहचान की गई उसके बाद छापेमारी कर सातों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया।

    खाड़ी देशों में नौकरी का देते थे विज्ञापन

    पूछताछ के दौरान आरोपित इनामुल हक अंसारी ने बताया कि उसने खाड़ी देशों, मलेशिया, दुबई आदि में वर्क परमिट की व्यवस्था के लिए परामर्श देने के बारे में इंटरनेट मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि) पर विज्ञापन दिया और वीजा सेवाओं, चिकित्सा और वीजा शुल्क के नाम पर प्रति व्यक्ति से लगभग 60 हजार रुपये वसूले।

    उसके आवास के पीछे वाले हिस्से में बैठे टेली-कॉलर्स पीड़ित लोगों को काल कर झांसे में लेते और फिर उन्हें कार्यालय बुलाते थे। अब तक गिरोह द्वारा देशभर में एक हजार से ज्यादा लोगों के साथ ठग कर चुके थे। अब तक की जांच से पता चला है आरोपितों ने जाली दस्तावेजों के आधार पर रोजगार वेबसाइटों पर अपनी फर्जी कंपनियां पंजीकृत करा रखी थी।

    पीड़ित इन रोजगार वेबसाइटों पर दिखाए गए भरोसे के कारण आरोपितों द्वारा पोस्ट किए गए विज्ञापनों में फंस गए और उन्हें वीजा और संबंधित खर्चों के लिए भुगतान किया। आरोपित इनामुल हक अंसारी मूलरूप से दरभंगा बिहार का रहने वाला है। उसने हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से बीटेक किया हुआ है।

    वह गत छह वर्ष से इस तरह के अपराध में शामिल थे। तारिक ने सिविल में डिप्लोमा करने के अलावा भोपाल से बीटेक कर रखा है। वह इनामुल के संपर्क में आने के बाद उसके साथ साफ्टवेयर सपोर्टर के तौर पर काम कर रहा था। एकराम मुजफ्फर इनामुल का सगा भाई है।

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    जाली दस्तावेजों के जरिये बनाए कई आधार कार्ड

    पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच में यह पता चला है कि आरोपितों ने फर्जी दस्तावेजों और स्कूल के नकली स्टैंप के आधार पैन कार्ड और आधार कार्ड बनाए। इसके बाद रजिस्ट्रार आफ कंपनीज के साथ अपनी फर्जी कंपनियों को पंजीकृत किया। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड बनवाने के मामले में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को इस संबंध में सुधारात्मक उपायों के तौर-तरीकों के बारे में दिल्ली पुलिस द्वारा सूचित किया जाएगा।

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    छह वर्ष में बदले सात ठिकाने

    • 2023 आर वी इंटरप्राइजेज, द्वारका, दिल्ली।
    • 2023 जीवन भर यात्रा, सेक्टर-3, नोएडा, यूपी।
    • 2022 न्यू विजन एंटरप्राइजेज, महिपाल पुर, दिल्ली।
    • 2021 कीर्ति नगर में अफेयर्स इंटरनेशनल।
    • 2020 इल्मा इंटरप्राइजेज, दरभंगा, बिहार।
    • 2019 वर्ल्ड डेस्टिनेशन, तैमूर नगर, दिल्ली।
    • 2018 स्काई नेट मोती नगर, दिल्ली 2018।