इंग्लैंड और अफगानिस्तान मैच के लिए LN अस्पताल ने टीम भेजने से किया इनकार, कहा- स्टेडियम स्टाफ का बर्ताव ठीक नहीं
Delhi News राजधानी के अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार को होने वाले इंग्लैंड और अफगानिस्तान के मैच के लिए मेडिकल टीम भेजने से लोक नायक अस्पताल ने इन्कार कर दिया है। अस्पताल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि उनके टीम के सदस्यों के साथ स्टेडियम स्टाफ का बर्ताव बहुत बुरा रहता है। टीम ने सेवाएं देने से मना कर दिया है।

उदय जगताप, नई दिल्ली। राजधानी के अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार को होने वाले इंग्लैंड और अफगानिस्तान के मैच के लिए मेडिकल टीम भेजने से लोक नायक अस्पताल ने इनकार कर दिया है। अस्पताल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि उनके टीम के सदस्यों के साथ स्टेडियम स्टाफ का बर्ताव बहुत बुरा रहता है। टीम ने सेवाएं देने से मना कर दिया है। ऐसे में अगर कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, तो मुसीबत खड़ी हो सकती है।
दोनों मैंचों में LN अस्पताल ने भेजा था स्टाफ
अरुण जेटली स्टेडियम में अभी तक दो मैच हुए हैं। पहला मैच सात अक्टूबर को साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच हुआ था। दूसरा 11 अक्टूबर को भारत और अफगानिस्तान के बीच खेला गया था। दोनों ही मैचों में अपोलो अस्पताल के अलावा लोक नायक अस्पताल ने अपना 15 सदस्यीय दल भेजा था। इनमें आठ डॉक्टर, पांच नर्सिंग स्टाफ और दो स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल थे। खिलाड़ियों को परेशानी होने पर अपोलो अस्पताल की टीम देखती है। दर्शकों को परेशानी होने पर उन्हें एलएन की टीम द्वारा देखा जाता है।
LN के एक अधिकारी ने कहा, अपोलो की टीम को सेवा के बदले फीस दी जा रही है। हम लोग नि:शुल्क सहायता कर रहे हैं। उसके बावजूद टीम के सदस्यों के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है। दो मैचों से उन्हें बैठने को ठीक जगह भी नहीं दी गई और पानी तक के लिए पूछा नहीं गया। ऐसे में कोई भी जाकर वहां सेवा कार्य करने का इच्छुक नहीं है। अगर स्टेडियम प्रशासन सीधे अस्पताल में किसी को भेजेगा तो ही उसका उपचार किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: 'बेबी, मैं तुम्हारे लिए 9 दिन का फास्ट रखूंगा...', करवा चौथ से पहले सुकेश ने जेल से फिर लिखा जैकलीन को लेटर
फिलहाल तो हाल यह है कि दो मैचों के दौरान जितने भी दर्शकों को परेशानी हुई, उन्हें उपचार देने के अलावा अस्पताल में भर्ती करने की व्यवस्था भी हम लोगों ने स्वयं की है। पहले मैच में 28 दर्शकों को आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत पड़ी थी। इनमें एक को पीसीआर दिया गया था। चोट लगने पर चार को भर्ती कराया गया था। दूसरे मैच के दौरान 27 लोगों को उपचार दिया गया था। इनमें तीन को भर्ती कराया गया। एक का हाथ जल गया था, उसे अस्पाल में भर्ती कराकर उपचार दिया गया।
अस्पताल प्रशासन की शिकायत होगी दूर
हमारी टीम ने सब अपने स्तर पर ही किया, लेकिन अब अगले मैच के लिए टीम भेजने से स्टेडियम प्रशासन को हमने साफ इनकार कर दिया है। वे केंद्रीय अस्पताल प्रशासन से मदद मांगें। दूसरी ओर डीडीसीए के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने कहा, अगर अस्पताल प्रशासन को कोई शिकायत है तो उसे दिखाया जाएगा। उनसे बात की जाएगी। उन्हें मैच में बुलाया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।