Delhi Lieutenant Governor: कौन हैं विनय कुमार सक्सेना जिन्हें बनाया गया है दिल्ली का नया उपराज्यपाल?
Delhi Lieutenant Governor Vinai Kumar Saxena News 18 मई को अनिल बैजल ने दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से लोग नए उपराज्यपाल के नाम का इंतजार कर रहे थे। इससे पहले वो राष्ट्रीय खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष थे।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के रविवार को विदेश दौरे से लौटने के दूसरे दिन सोमवार को दिल्ली के नए उपराज्यपाल की घोषणा हो गई। राष्ट्रीय खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना को दिल्ली का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। अब 26 मई को शपथ ग्रहण समारोह होगा।
हाल ही में अनिल बैजल ने 18 मई को दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति के विदेश दौरे पर होने के कारण नए उपराज्यपाल की घोषणा नहीं हो पाई थी। लोग बहुत उत्सुकता से नए उपराज्यपाल के नाम को सुनना चाह रहे थे।
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उपराज्यपाल से पहले विनय कुमार सक्सेना भारत में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अध्यक्ष थे। 23 मार्च 1958 को जन्मे विनय कुमार सक्सेना कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। सक्सेना ने जेके ग्रुप के साथ धोलर पोर्ट प्रोजेक्ट के निदेशक का महत्वपूर्ण पद भी संभाला है। नए उपराज्यपाल व्यापक रूप से प्रशंसित एनजीओ-एनसीसीएल (नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज) के संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं।
इनके बारे में थी चर्चा
इनसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लक्ष्यद्वीप के प्रफुल्ल पटेल के बारे में कहा था कि केंद्र इन्हें राजधानी में एलजी के पोस्ट पर ला सकते हैं। मालूम हो कि राज्यपाल या उपराज्यपाल की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति के हाथ से उनकी सील के साथ परिपत्र भेजा जाता है। इसीलिए प्रकिया में समय लगा।
अनिल बैजल ने दिया था अचानक इस्तीफा
अनिल बैजल दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल बने थे। इनसे पहले भी उपराज्यपाल रहे नजीब जंग ने भी उपराज्यपाल के पद से अचानक इस्तीफा सौंपा था। जाहिर है कि नजीब जंग के अचानक इस्तीफे के बाद अनिल बैजल को उपराज्यपाल बनाया गया था और उन्होंने 31 दिसंबर, 2016 को अपना कार्यभार संभाला था। 30 दिसंबर 2016 को उनका पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया था। तभी से उनके इस्तीफे की चर्चा तेज हो गई थी। 18 मई 2022 को उन्होंने अचानक इस्तीफा दे दिया।
नजीब जंग ने भी अचानक दिया था इस्तीफा
नजीब जंग ने दिंसबर 2016 में प्रधानमंत्री से आग्रह किया था कि वह पद से मुक्त होना चाहते हैं और उसके बाद उन्होंने दूसरे इस्तीफा देने की घोषणा कर दी थी। इस्तीफा देने के बाद वह पीएम मोदी से भी मिले थे। नजीब जंग जुलाई 2013 से दिसंबर 2016 तक दिल्ली के उपराज्यपाल रहे थे।