Delhi Pollution: 2016 के बाद दिल्ली में हुई दिसंबर की सबसे प्रदूषित शुरुआत, NCR की हवा भी 'बहुत खराब'; देखें AQI
Delhi NCR Pollution बारिशों की बौझारों ने दिल्ली एनसीआर को कुछ हद तक राहत तो दी। लेकिन अब एक बार फिर से दिल्ली की आबोहवा बिगड़ रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एक्यूआइ) के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआइ 372 यानी बहुत खराब श्रेणी में रहा। इससे पूर्व 2016 में पहली दिसंबर का एक्यूआइ इससे ज्यादा यानी 403 रहा था।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। लगातार जहरीली हवा में सांस ले रहे दिल्ली वासियों के लिए दिसंबर की शुरुआत भी खासी प्रदूषित रही। एक दिन पहले की तुलना में कुछ सुधार तो हुआ लेकिन हवा की श्रेणी नहीं बदली। आलम यह है कि वर्ष 2016 के बाद इस साल एक दिसंबर को सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एक्यूआइ) के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली का एक्यूआइ 372 यानी ''बहुत खराब'' श्रेणी में रहा। । इससे पूर्व 2016 में पहली दिसंबर का एक्यूआइ इससे ज्यादा यानी 403 रहा था। एक दिन पहले से तुलना करें तो इसमें 26 अंकों का सुधार हुआ है। अभी भी यह ''बहुत खराब'' श्रेणी के ऊपरी स्तर पर है। वहीं, शनिवार सुबह तक दिल्ली का एक्यूआई 450 तक पहुंच गया
चार इलाके ''गंभीर'' श्रेणी में
दिल्ली के चार इलाकों की हवा शुक्रवार को ''गंभीर'' श्रेणी में रही। इन जगहों का एक्यूआइ 400 से ऊपर रहा। विवेक विहार क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा 428 रहा। वहीं शनिवार सुबह यहां एक्यूआई 408 दर्ज किया गया एक दिन पहले की तुलना में इसमें भी सुधार आया है। बृहस्पतिवार को 18 इलाकों की हवा ''गंभीर'' श्रेणी में थी।
मानकों से ढाई गुना ज्यादा
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मानकों के मुताबिक, हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 100 से और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्यकारी माना जाता है। दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर शुक्रवार की शाम चार बजे 280 और पीएम 2.5 का स्तर 174 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा। यानी हवा में प्रदूषक कणों का औसत स्तर ढाई गुना से ज्यादा है।
धीमा रहेगा प्रदूषक कणों का बिखराव
दिल्ली के लोगों को प्रदूषित हवा से राहत मिलने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, अगले दो-तीन दिनों के दौरान हवा की गति आमतौर पर दस किमी प्रति घंटे से नीचे ही रहने के आसार हैं। इसके चलते प्रदूषक कणों का बिखराव धीमा होगा और हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही बनी रहेगी।
एक दिसंबर को प्रदूषण का स्तर वर्ष एक्यूआइ
- 2023- 372
- 2022- 368
- 2021- 370
- 2020- 367
- 2019- 250
- 2018- 306
- 2017- 343
- 2016- 403
यहां की हवा सबसे खराब
- विवेक विहार- 408
- पटपड़गंज- 391
- द्वारका सेक्टर- 410
- पंजाबी बाग- 402
- आनंद विहार- 388
- मुंडका-408
एनसीआर के शहरों का एक्यूआइ
- फरीदाबाद: 294
- गाजियाबाद: 312
- ग्रेटर नोएडा : 350
- गुरुग्राम: 310
- नोएडा : 349
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