Delhi Virtual School: जानिए कैसे काम करेगा दिल्ली सरकार का वर्चुअल स्कूल, देशभर के छात्र कर सकेंगे फ्री पढ़ाई
Delhi Model Virtual School दिल्ली सरकार का वर्चुअल स्कूल डीएमएसवी दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्ध होगा। इसमें पढ़ाई के लिए छात्रों से कोई शुल्क नह ...और पढ़ें

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली सरकार ने बीते बुधवार को देशभर के बच्चों के लिए वर्चुअल स्कूल (Virtual School) शुरू किया है। इसका नाम दिल्ली माडल वर्चुअल स्कूल रखा गया है। इसमें नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई होगी।
13 से 18 वर्ष के छात्र ले सकते हैं दाखिला
शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए नौवीं में एडमिशन लेने के लिए अभी आवेदन किया जा सकता है। इसमें मान्यता प्राप्त स्कूलों से आठवीं की पढ़ाई पूरी कर लेने वाले देश के किसी भी कोने में रहने वाले 13 से 18 वर्ष के छात्र नौवीं में दाखिला ले सकते हैं। इसके लिए वेबसाइट www.dmvs.ac.in पर आवेदन किया जा सकता है।
ऑनलाइन चलेंगी सभी कक्षाएं
हर बच्चे को एक आइडी और पासवर्ड दिया जाएगा। सभी कक्षाएं ऑनलाइन होंगी। जो बच्चे तय समय में ऑनलाइन कक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे, उनके लिए कक्षा को रिकार्ड में डाल दिया जाएगा, ताकि वे समय मिलने पर देख सकें।
ऐसे काम करेगा यह स्कूल
- डीएमएसवी दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड (डीबीएसई) से संबद्ध होगा और उसके पाठ्यक्रम को संचालित करेगा।
- अंकतालिका और प्रमाणपत्र भी डीबीएसई प्रदान करेगा।
- डीबीएसई की अंकतालिका और प्रमाणपत्र अन्य बोर्ड के समकक्ष होंगे। इसलिए छात्र स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के पात्र होंगे।
- छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
- बैच की संख्या छात्रों के पंजीकरण पर निर्भर करेगी।
- कक्षाएं स्कूलनेट और गूगल की ओर से तैयार एक विशेष प्लेटफार्म पर संचालित होंगी।
- छात्र पाठ्यक्रम के दौरान विषय या अवधारणा आधारित मूल्यांकन चुन सकते हैं। क्षमता आधारित मूल्यांकन होगा, जहां नकल करने की गुंजाइश नहीं के बराबर होगी।
- दो टर्म एंड परीक्षाएं होंगी, जिसके लिए छात्रों को दिल्ली आना होगा।
- परीक्षाएं दिल्ली में निर्धारित केंद्रों पर होंगी, जहां छात्र कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) दे सकते हैं।
- पहले साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों से शिक्षकों का चयन किया गया है। उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
- कक्षा नौवीं में विज्ञान, हिंदी, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और कंप्यूटर साइंस विषय होंगे।
- पढ़ाई अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में होगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी विद्यार्थियों की मदद की जाएगी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुताबिक, इसमें 11वीं और 12वीं में जेईई, नीट समेत ऐसे सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में भी बच्चों की मदद की जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त किया जाएगा। अलग-अलग विषयों की अलग-अलग तैयारी करवाई जाएगी। इसमें स्किल आधारित तैयारी भी कराई जाएगी, ताकि बच्चे कुछ अलग कर पार्ट टाइम प्रोफेशन भी कर सकें।

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