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    Delhi Metro फेज-4 के कंस्ट्रक्शन प्लान में आया बदलाव, 69 पेड़ों को बचाने के लिए DMRC ने बनाई खास योजना

    By Agency Edited By: Sonu Suman
    Updated: Mon, 26 Aug 2024 05:12 PM (IST)

    डीएमआरसी ने जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर 69 पेड़ों की कटाई से बचने के लिए अपनी कंस्ट्रक्शन प्लान को फिर से डिजाइन किया है। इससे पहले इन पेड़ों को काटने के लिए भी अनुमति मांगी गई थी। इसमें देरी हो रही थी। फेज-4 के लिए 15508 पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई है। इनमें से 5003 पेड़ काटे गए और 7000 से अधिक लगाए गए।

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    69 पेड़ों को बचाने के लिए डीएमआरसी ने फेज 4 कॉरिडोर के प्लान को किया रीडिजाइन। (स्रोत- डीएमआरसी)

    पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर 69 पेड़ों को बचाने के लिए अपनी फेज-4 के कंस्ट्रक्शन प्लान को फिर से डिजाइन किया है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि इस फेज के लिए दिल्ली भर में कुल मिलाकर 15,508 पेड़ों को काटने की अनुमति प्राप्त हुई थी और मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर पर 71 और पेड़ों को काटने के लिए मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।

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    उन्होंने कहा, "डीएमआरसी ने जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर 69 पेड़ों की कटाई से बचने के लिए अपनी कंस्ट्रक्शन प्लान को फिर से डिजाइन किया है। इससे पहले, इन पेड़ों को काटने के लिए भी अनुमति मांगी गई थी।" अधिकारी ने कहा, "कुल मिलाकर फेज-4 के निर्माण के लिए दिल्ली भर में 15,508 पेड़ों को काटने की अनुमति मिल गई है। इनमें से 5,003 पेड़ काटे गए हैं और 7,000 से अधिक को लगाया गया है।"

    प्रत्येक पेड़ काटने पर 10 पेड़ लगाने का प्रावधान

    डीएमआरसी के नियमों में काटे गए प्रत्येक पेड़ के लिए 10 पेड़ लगाने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि पेड़ों के काटने और लगाने की योजना बनाते समय पेड़ों वाले क्षेत्रों से बचने के सभी प्रयास किए जाते हैं। हालांकि, पेड़ों की कटाई की अनुमति मिलने में देरी के कारण फेज-4 के सभी तीन प्राथमिकता वाले कॉरिडोर में भी देरी हुई है। इस फेज का काम दिसंबर 2019 में शुरू हुआ और COVID-19 महामारी के कारण प्रभावित हुआ।

    DMRC फिलहाल तीन कॉरिडोर का कर रहा निर्माण

    डीएमआरसी परियोजना के तीन प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के तहत 45 स्टेशनों तक फैले 65.2 किमी पर निर्माण कार्य कर रहा है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम मार्ग (28.92 किमी), मजलिस पार्क-मौजपुर (12.55 किमी) और एयरोसिटी-तुगलकाबाद (23.62 किमी) कॉरिडोर शामिल हैं। इसे 'सिल्वर लाइन' के रूप में बनाया जा रहा है। यह वायलेट लाइन और एयरपोर्ट लाइन को जोड़ता है।

    दिल्ली मेट्रो ने लगाए इतने पेड़

    सरकारी आंकड़ों के अनुसार, डीएमआरसी ने फेज एक के निर्माण के दौरान 13,858 पेड़ काटे और 3,584 पेड़ों को लगाया, जो 1998 में शुरू हुआ और 2005 में समाप्त हुआ। इसके 65 किलोमीटर लंबे रेल नेटवर्क में 59 स्टेशन शामिल थे। 2005 और 2011 के बीच किए गए फेज 2 में, DMRC ने 17,997 पेड़ों को काटा और 3,052 पेड़ों को लगाया। चरण 2 में 125 किमी में 89 स्टेशन बनाए गए थे।

    फेज 3 को पूरा होने में 2011 से नौ साल लग गए। DMRC ने 11,872 पेड़ काटे और 506 पेड़ों को लगाया। फेज 3 में 109 स्टेशनों वाले 160 किलोमीटर लंबे रेल नेटवर्क का निर्माण शामिल था।

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