Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi Metro: फेज चार के लंबे इंटरचेंज स्टेशनों की दूरी होगी कम, महज कुछ मिनटों में बदल सकेंगे मेट्रो

    Delhi Metro फेज चार में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कारिडोर पर इंटरचेंज स्टेशनों की दूरी फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों की तुलना में कम होगी। इससे यात्रियों को मेट्रो बदलकर दूसरे कारिडोर की मेट्रो पकड़ने के लिए अधिक दूरी तक चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए यात्रियों को मेट्रो बदलना फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों की तुलना में अधिक आसान होगा।

    By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sun, 10 Sep 2023 11:51 PM (IST)
    Hero Image
    यात्रियों को मेट्रो बदलना फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों की तुलना में अधिक आसान होगा।

    नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। Delhi Metro: फेज चार में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कारिडोर पर इंटरचेंज स्टेशनों की दूरी फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों की तुलना में कम होगी।

    इससे यात्रियों को मेट्रो बदलकर दूसरे कारिडोर की मेट्रो पकड़ने के लिए अधिक दूरी तक चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसलिए यात्रियों को मेट्रो बदलना फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों की तुलना में अधिक आसान होगा।

    फेज तीन के कालकाजी, राजौरी गार्डन, हौज खास इत्यादि इंटरचेंज स्टेशनों की दूरी अधिक है। इस वजह से अधिक लंबे फुटओवर ब्रिज और सब-वे बनाने पड़े थे।

    फेज तीन में निर्मित पिंक लाइन पर बने साउथ कैंपस मेट्रो स्टेशन व एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के धौला कुआं स्टेशन के बीच यात्रियों को मेट्रो बदलने की सुविधा के लिए करीब 900 मीटर लंबा फुटओवर ब्रिज बनाया गया था। यह दिल्ली मेट्रो का सबसे बड़ा फुटओवर ब्रिज है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चलना पड़ता है एक किलोमीटर

    एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के धौला कुआं और पिंक लाइन के साउथ कैंपस स्टेशन के बीच यात्रियों को मेट्रो बदलने के लिए करीब एक किलोमीटर चलना पड़ता है। इसमें 10 से 15 मिनट समय भी लगता है।

    इसी तरह फेज तीन में निर्मित मजेंटा लाइन के कालकाजी स्टेशन और पहले से मौजूद वायलेट लाइन के कालकाजी स्टेशन के बीच 260 मीटर लंबा फुटओवर ब्रिज बनाया गया है।

    पिंक लाइन के राजौरी गार्डन स्टेशन और ब्लू लाइन के राजौरी गार्डन स्टेशन के बीच 300 मीटर लंबा फुटओवर ब्रिज मौजूद है। मजेंटा लाइन के हौज खास स्टेशन व येलो लाइन के भूमिगत कारिडोर पर पहले से मौजूद स्टेशन के बीच भी करीब 250 मीटर की दूरी है।

    इन दोनों स्टेशनों के बीच भूमिगत सब-वे बना हुआ है। इन स्टेशनों पर मेट्रो बदलने के लिए यात्रियों को काफी चलना पड़ता है। इस वजह से यात्रियों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। फेज चार में इंटरचेंज स्टेशनों के बीच की दूरी कम होने से यह समस्या नहीं होगी। 

    यह भी पढ़ें- कल सोमवार को कितने बजे से चलेगी Delhi Metro? यहां जानिए ताजा अपडेट, जी-20 के चलते बदली गई थी टाइमिंग

    जानिए परियोजना का हर एक डिटेल

    फेज चार में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कारिडोर मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम-बोटेनिकल गार्डन) की विस्तार परियोजना है। इसी कुल लंबाई 28.92 किलोमीटर लंबी होगी। इस कारिडोर पर इस कारिडोर पर सात इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे, जिसमें आरके आश्रम मार्ग, पुलबंगश, पीरागढ़ी, पीतमपुरा, आजादपुर, हैदरपुर मोड़ व मजलिस पार्क शामिल होगा।

    पीरागढ़ी ग्रीन लाइन के साथ इंटरचेंज स्टेशन होगा। निर्माणाधीन पीरागढ़ी स्टेशन और ग्रीन लाइन के स्टेशन के बीच 164 मीटर लंबा पुटओवर ब्रिज बनेगा। यह फेज चार का सबसे लंबा फुटओवर होगा। इसी तरह पीतमपुरा रेड लाइन के साथ इंटरचेंज स्टेशन होगा।

    नए स्टेशन और रेड लाइन के स्टेशन 146 मीटर लंबे फुटओवर ब्रिज से आपस में जुड़ेंगे। इसके अलावा आजादपुर में नए स्टेशन और वर्तमान येलो व पिंक लाइन के स्टेशन के बीच 100 मीटर का फुटओवर ब्रिज बनेगा।

    ये तीनों फुटओवर ब्रिज फेज तीन के इंटरचेंज स्टेशनों से छोटे होंगे। इसलिए मेट्रो बदलने में यात्रियों को अधिक परेशानी नहीं होगी।

    रिपोर्ट इनपुट- रणविजय सिंह

    यह भी पढ़ें- G20 Summit: दिल्ली में प्रतिबंध के चलते लाइफ लाइन बनीं मेट्रो, नोएडा-गुरुग्राम जाने वालों ने लिया सहारा