Scam: दिल्ली में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग में करोड़ों रुपये का घोटाला, इंजीनियर और ठेकेदार गिरफ्तार
दिल्ली एंटी करप्शन ब्रांच ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग में करोड़ों के घोटाले का खुलासा किया है। निलंबित इंजीनियर गगन कुरेल और ठेकेदार अरुण गुप्ता गिरफ्तार हुए हैं जिन पर बिना काम किए सरकारी खजाने से 4 करोड़ रुपये निकालने का आरोप है। जांच में फर्जी बैंक गारंटी और दस्तावेजों में हेराफेरी भी पाई गई। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज हुई है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली की एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग में करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है।
इस मामले में विभाग के निलंबित एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गगन कुरेल और प्राइवेट ठेकेदार अरुण गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है।
आरोप है कि इन दोनों ने मिलकर सरकारी खजाने से 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम उन कार्यों के लिए निकाल ली, जो जमीन पर कभी हुए ही नहीं।
जांच में सामने आया कि नॉर्थ दिल्ली के सिरासपुर गांव में दोनों ओर RCC नालियां और सड़कें बनवाने के नाम पर करीब 5.3 करोड़ रुपये के तीन टेंडर बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिए गए थे। मगर मौके पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं मिला, फिर भी 4.2 करोड़ रुपये ठेकेदार को जारी कर दिए गए।
इसी तरह अम्बा कंस्ट्रक्शन कंपनी को बुराड़ी स्थित CTP नेटवर्क की मरम्मत और पेंटिंग के लिए 38.98 लाख रुपये का ठेका मिला, लेकिन साइट पर कोई काम नहीं हुआ, बावजूद इसके 43.74 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया।
ठेकेदारों ने जमा कराई थी फर्जी बैंक गारंटी
ACB की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि ठेकेदारों ने 2.24 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी जमा कराई थी, जो असली नहीं बल्कि रंगीन फोटोकॉपी थी।
मटेरियल टेस्ट रिपोर्ट और माप पुस्तिकाओं में भी हेराफेरी की गई। जांच के दौरान संबंधित इंजीनियर ने सवालों के जवाब देने से बचने की कोशिश की और जरूरी दस्तावेज भी गायब मिले।
मामले की गंभीरता को देखते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं में FIR दर्ज की गई है।
अब तक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य अधिकारियों और निजी व्यक्तियों की भूमिका की जांच जारी है। आगे और गिरफ्तारियां और विभागीय कार्रवाई की संभावना है।
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