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    दिल्ली को मिलने जा रहा बड़ा तोहफा, नए फ्लाईओवर से NCR के शहरों से आवाजाही होगी बेहद आसान

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 03:35 PM (IST)

    दिल्ली सरकार ने केंद्र से दिल्ली में नया फ्लाईओवर बनाने के लिए 427 करोड़ रुपये की मांग की है। इस परियोजना से आउटर रिंग रोड को जाम से मुक्त किया जा सकेगा जिससे आईआईटी से मोदी मिल तक ट्रैफिक सुगम हो जाएगा। सावित्री सिनेमा फ्लाईओवर को भी सुधारा जाएगा ताकि लाखों वाहन चालकों को जाम से निजात मिल सके।

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    दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की फाइल फोटो। (सौजन्य- सोशल मीडिया)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के विकास के लिए दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार केंद्र की मोदी सरकार से पैसा लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। एक ही दल की दोनों सरकारें होने से दिल्ली को वह बड़ा लाभ यह मिलने जा रहा है जो पहले नहीं देखा जा सका है।

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    दिल्ली सरकार सड़कों को बनाने व मरम्मत कार्य के लिए 1500 करोड़ केंद्र से पहले ही मांग चुकी है और अब दक्षिणी दिल्ली में फ्लाईओवर बनाने के लिए भी 427 करोड़ मांग लिए हैं। दरअसल दिल्ली सरकार ने दक्षिणी दिल्ली में आउटर रिंग रोड को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए तैयारी है।

    दो फ्लाईओवर बनाने की योजना

    योजना के तहत इस मार्ग पर दो फ्लाईओवर बनाने की योजना है। सरकार ने इस कॉरिडोर पुनर्विकास परियोजना नाम दिया है। इसके तहत आउटर रिंग रोड पर 7.2 किलोमीटर के हिस्से को जाममुक्त बनाने की बात कही जा रही है। इनके बनने से आईआईटी से मोदी मिल तक यातायात जाम मुक्त हो सकेगा।

    एयरपोर्ट और एनसीआर के शहरों का सफर होगा आसान

    इससे दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके में यातायात को सुगम बनाने और एयरपोर्ट, फरीदाबाद, बदरपुर जैसे एनसीआर के शहरों से आवाजाही को आसान किया जा सकेगा।

    दिल्ली सरकार ये योजना केंद्र से फंड लेकर पूरा करना चाहती है। इस योजना को यूटिपैक (यूनिफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर (प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग) सेंटर) 2019 में ही में ही मंजूरी दे चुका है।

    अभी इस इलाके में लगता है भीषण जाम

    बता दें कि दिल्ली में बढ़ चुकी यातायात जाम की समस्या के बाद से बाहरी रिंग रोड का मोदी मिल से आईआईटी गेट तक का हिस्सा जाम के लिए कुख्यात माने जाने वाले इलाकों में शामिल है। इस मार्ग पर जाम में फंसने पर एक घंटा से भी अधिक लग जाता है। काम धंधे पर निकले लोग इस इलाके के जाम में फंस कर परेशान होते हैं।

    सरकार की प्राथमिकता में सावित्री सिनेमा फ्लाईओवर सावित्री सिनेमा फ्लाईओवर वर्ष 2001 में सिंगल कैरिजवे बना था। मौजूदा स्थिति में नेहरु प्लेस से आईजीआई एयरपोर्ट तक जाने वाले चालक इस फ्लाईओवर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आईजीआई की तरफ से आने वाले वाहनों को यहां पर फ्लाईओवर की सुविधा नहीं मिल पाती है।

    कहां से कहां को जोड़ेगा नया फ्लाईओवर?

    द्वारका और एयरपोर्ट से नेहरू प्लेस, गोंविदपुरी, आंबेडकर नगर व महरौली की ओर से आने वाले वाहन यहां आकर जाम में फंस जाते है। दूसरी ओर फ्लाईओवर जहां मौजूद है, वहां सड़क की चौड़ाई भी काफी कम है। इससे बाटलनैक बन जाती है और कई किलोमीटर लंबे जाम में लोग फंस जाते हैं।

    प्रस्तावित फ्लाईओवर सावित्री सिनेमा जंक्शन से शुरू होकर चिराग दिल्ली और साउथ एक्सटेंशन की ओर जाने वाले मार्ग को जोड़ेगा। यह फ्लाईओवर मौजूदा ढांचे के साथ समन्वय में काम करेगा व दोनों दिशाओं में यातायात को सुगम बनाएगा।

    रोजाना लाखों वाहन चालकों को मिलेगी जाम से राहत

    लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने पिछले साल इस परियोजना के लिए सभी संबंधित एजेंसियों से अनुमति लेने के बाद इस परियोजना को सरकार की व्यय एवं वित्त समिति (ईएफसी) के पास परियोजना को मंजूरी देने के लिए फाइल साल भेजी थी। मगर पूर्व की सरकार ने मंजूरी नहीं दी थी।

    परियोजना के धरातल पर उतरने से रोजाना लाखों वाहन चालकों को जाम से निजात मिलेगी। सरकार के अधिकारी ने कहा कि अगर केंद्र सरकार से पूरा पैसा मिल जाता है तो कालकाजी के सामने पहले से बने फ्लाईओवर को भी डबल कर दिया जाएगा।