दिल्लीवासियों को दिसंबर में मिलेगा पहला डबल डेकर फ्लाईओवर, जाम से मिलेगी राहत
दिल्ली का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर यमुना विहार और भजनपुरा के बीच बनाया जा रहा है। इस 1.4 किमी लंबे इस डबल-डेकर फ्लाईओवर को इस साल के अंत तक शुरू होने के उम्मीदें हैं। डबल डेकर फ्लाईओवर के इस अनूठे माडल के कारण पैसे की बचत हो रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में लोगों को यातायात जाम से राहत मिलने वाली है। यमुना विहार और भजनपुरा के बीच 1.4 किमी लंबा डबल-डेकर फ्लाईओवर इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। ये दिल्ली का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर होगा। इसका आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। इसका निचला डेक पीडब्ल्यूडी फ्लाईओवर होगा और ऊपरी डेक पर मेट्रो लाइन होगी।
पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के साथ दो दर्जन से अधिक फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के प्रगति की समीक्षा की। इस साल के अंत तक लोगों को चार नए फ्लाईओवर और दो अंडरपास समर्पित होंगे।
उन्होंने बताया कि डबल डेकर फ्लाईओवर के इस अनूठे माडल के कारण पैसे की बचत हो रही है। शानदार इंजीनियरिंग का माडल बन चुके इस फ्लाईओवर से सघन आबादी वाले क्षेत्र में जमीन का बेहतर इस्तेमाल हुआ है। प्रोजेक्ट के पूरा होने बाद क्षेत्र की जनता को लंबे यातायात जाम से नहीं जूझना पड़ेगा और उनका कीमती समय बचेगा। फ्लाईओवर और मेट्रो का यह एकीकृत माडल पर्यावरण के नजरिए से बेहतर साबित होगा। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करने के निर्देश दिए।
इस साल इन जगहों पर फ्लाईओवर को तैयार कर देने का लक्ष्य
पंजाबी बाग से राजा गार्डन तक यातायात जाम से मिलेगी निजात: पंजाबी बाग स्थित दोनों सिंगल फ्लाईओवर को डबल किया जा रहा है। मौजूदा दोनों फ्लाईओवर वन-वे हैं। दोनों फ्लाईओवर की 1-1 लेन को बढ़ाकर 3 लेन का किया जाएगा और इसके साथ ही दोनों फ्लाईओवर के साथ 3-3 लेन के नए फ्लाईओवर तैयार किए जाएंगे। फ्लाईओवर के दोहरीकरण के साथ इसका पंजाबी बाग़ से राजा गार्डन तक 1400 मीटर तक विस्तार भी किया जाएगा। इस कारिडोर के निर्माण से मौजूदा रोड का ट्रैफिक एलिवेटेड रोड पर शिफ्ट हो जाएगा और इससे रोजाना दिल्ली- एनसीआर के लाखों लोगों को फायदा होगा। इस कारिडोर को इस साल के अंत तक बनाकर तैयार कर देने का सरकार का लक्ष्य है।
आनंद विहार और अप्सरा बार्डर के बीच सिग्नल फ्री कारिडोर
आनंद विहार आरओबी और अप्सरा बार्डर आरओबी के बीच रोड नंबर-56 पर करीब 1440 मीटर लंबा और 6 लेन चौड़ा फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। इसके निर्माण के बाद रामप्रस्थ कालोनी, विवेक विहार और श्रेष्ठ विहार रेड लाइट पर लगने वाले जाम की समस्या से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। एनसीआरटीसी द्वारा रैपिड मेट्रो का स्टेशन बनाने के बाद इस फ्लाईओवर से होकर प्रतिदिन औसतन 1.48 लाख वाहन गुजरेंगे। यह फ्लाईओवर भी इस साल अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
सराय काले खां टी जंक्शन फ्लाईओवर
यह फ्लाईओवर इस साल जुलाई महीने तक बनकर तैयार हो जाएगा। नए फ्लाईओवर के बनने से रिंग रोड पर स्थित सराय काले खां टी जंक्शन सिग्नल फ्री कारिडोर बन जाएगा और रोजाना यहां से गुजरने वाले लाखों वाहनों को जाम से छुटकारा मिलेगा। प्रगति मैदान कारिडोर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का अधिकतम काम पूरा हो चुका है। वर्तमान में यहां एक अंडरपास बनाने का काम जारी है जो जुलाई तक पूरा हो जाएगा।
अंडरपास से यातायात होगा सुगम
मुकरबा चौक अंडरपास: मुकरबा चौक पर बादली से हैदरपुर जाने की दिशा में अंडरपास का निर्माण करवाया जा रहा है। वर्तमान में बादली या आउटर रिंग रोड की ओर जाने वाले वाहनों को मुकरबा चौक पर जाकर लूप का उपयोग करके शालीमार बाग की तरफ वापस आना पड़ता है।लेकिन अंडरपास बनने के बाद वाहनों को लगभग 1.5 किमी कम दूरी तय करना पड़ेगा। ये अंडरपास इस साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा।
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