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    दिल्ली की सड़कों पर घूमती नहीं मिलेंगी गाय, सभी जिलों में खोली जाएंगी आधुनिक मेडिकल सुविधाओं से लैस गोशालाएं

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 08:01 PM (IST)

    दिल्ली सरकार राजधानी में बेसहारा गायों की समस्या से निपटने के लिए हर जिले में गोशालाएं बनाने जा रही है। इन गोशालाओं में गायों के लिए आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी और अनुभवी कर्मी उनकी देखभाल करेंगे। मुकुंदपुर में जमीन फाइनल हो गई है निर्माण शुरू करने के लिए एमसीडी की मंजूरी का इंतजार है। सरकार गायों की सुरक्षा के लिए गंभीर है।

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    मध्य दिल्ली जिला प्रशासन ने मुकुंदपुर में गोशाला के लिए जगह की चिह्नित।

    लोकेश शर्मा, नई दिल्ली। बेसहारा गायों के लिए विकास विभाग की एनिमल हसबेंड्री यूनिट दिल्ली के सभी 11 जिलों में गोशालाएं स्थापित करने जा रही है। इस योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

    इस पहल का उद्देश्य बेसहारा गायों को आश्रय देना और शहर में बेसहारा गायों से होने वाली दुर्घटनाओं को कम करना है। मध्य दिल्ली में सिविल लाइंस स्थित मुकुंदपुर में जमीन फाइनल हो चुकी है।

    हालांकि, यहां निर्माण शुरू करने के लिए अभी दिल्ली नगर निगम की मंजूरी का इंतजार है क्योंकि यह जमीन एमसीडी के अधीन आती है। मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा।

    विभाग ने सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर, जिला इंचार्ज और पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राजस्व विभाग के साथ जमीन का निरीक्षण करें और उपयुक्त स्थानों का चयन करें।

    चयनित स्थलों की सूची और व्यवहार्यता रिपोर्ट 21 जुलाई तक निदेशक (एएच) कार्यालय में जमा करानी है। अधिकारियों का कहना है कि स्थानों की मंजूरी मिलते ही निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।

    गाेशालाओं के निर्माण से न केवल बेसहारा गायों को सुरक्षित स्थान मिलेगा बल्कि सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं से होने वाली घटनाओं में भी कमी आएगी।

    गोशालाओं में मिलेंगी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं

    दिल्ली में बनने वाली गोशालाओं में बेसहारा गायों की देखभाल के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। प्रत्येक गोशाला में एक बड़ा कक्ष तैयार किया जाएगा, जहां अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण रहेंगे।

    यहां 24 घंटे पशु चिकित्सक की तैनाती होगी, जो गायों की नियमित स्वास्थ्य जांच और घायलों का उपचार करेंगे। इसके अलावा चारे और स्वच्छ पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी ताकि गायों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

    रखरखाव के लिए होंगे अनुभवी कर्मी

    गोशालाओं के सुचारू संचालन के लिए अनुभवी कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। ये कर्मी गायों के रखरखाव, सफाई और गोबर प्रबंधन का कार्य करेंगे।

    प्राथमिकता उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें पशुपालन का अनुभव हो और जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हों। अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली सरकार गायों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह गंभीर है।

    11 जिलों में चिह्नित स्थान

    • साउथ वेस्ट दिल्ली -  कापासकेहड़ा स्थित रेवता, नजफगढ़ स्थित सुरखपुर
    • वेस्ट दिल्ली -  पंजाबी बाग स्थित नीलवाल, बापोरिया
    • मध्य दिल्ली -  सिविल लाइंस स्थित मुकुंदपुर (जगह फाइनल)
    • साउथ दिल्ली -  साकेत स्थित सहोअरपुर, महरौली स्थित गदाइपुर
    • नार्थ-ईस्ट दिल्ली -  करावल नगर स्थित सदतपुर, बदरपुर खादर
    • ईस्ट दिल्ली -  मयूर विहार स्थित कोंडली, घरोंडा नीमका बांगर
    • नार्थ-वेस्ट दिल्ली -  कांझावाला स्थित नीजमपुत, जौंती
    • साउथ ईस्ट दिल्ली -  सरिता विहार स्थित जसौला गांव, डिफेंस काॅलोनी स्थित ओखला गांव
    • नार्थ दिल्ली -  अलीपुर स्थित सुंगरपुर, टिगीपुर और नरेला
    • शाहदरा -  सीमापुरी स्थित मंडोली, विवेक विहार स्थित भिकम सिंह काॅलोनी (विश्वास नगर)
    • नई दिल्ली -  वसंत विहार स्थित समालखा, रजोकरी

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