Mock Drill: दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत में लगी आग, एक घंटे बाद पहुंची दमकल की गाड़ी; खुली पोल
दिल्ली के सिविक सेंटर में मॉक ड्रिल के दौरान आपातकालीन सेवाओं की तैयारी का जायजा लिया गया। ड्रिल में पाया गया कि दमकल की गाड़ी को पहुंचने में एक घंटा लग गया जिससे सरकार के इंतजामों की पोल खुल गई। दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत में आग लगने की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की कमी उजागर हुई। ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सरकार के इंतजामों की पोल खुल गई।

निहाल सिंह, नई दिल्ली। आपात स्थिति में क्या इंतजाम किए जाएंगे, यह देखने के लिए दिल्ली भर में मॉक ड्रिल की योजना के तहत दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत में शुमार सिविक सेंटर में इंतजामों को परखा गया। एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर के ई2 ब्लॉक में आग लगने की स्थिति में राहत व बचाव कार्य के लिए यह मॉक ड्रिल की गई।
सरकार के इंतजामों की पोल खुल गई
यहां ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए सरकार के इंतजामों की पोल खुल गई। क्योंकि सिविक सेंटर से कुछ ही दूरी पर पुलिस स्टेशन, दमकल कार्यालय व अस्पताल है, लेकिन एजेंसियों को मौके पर पहुंचने में 20-25 मिनट से एक घंटे तक का समय लग गया। इतना ही नहीं, फायर ब्रिगेड की गाड़ी को भी मौके पर पहुंचने में एक घंटे का समय लग गया।
मॉक ड्रिल के तहत जिला प्रशासन, पुलिस और सिविल डिफेंस वालंटियर मौजूद रहे। इस दौरान सिविक सेंटर में आग लगने की स्थिति में तैयारियों का जायजा लिया गया। मध्य दिल्ली जिला प्रशासन ने ई2 ब्लॉक में सिविक सेंटर में आग लगने की सूचना पर शाम चार बजे मॉक ड्रिल की। जहां चार बजकर 10 मिनट पर पुलिस और अन्य एजेंसियों को कॉल की गई।
साथ ही सायरन बजाकर हर फ्लोर से 10-10 लोगों को सीढ़ियों के जरिए खाली जगह पर आने का ऐलान किया गया। लोग आने लगे, कुछ लोगों को 22वीं मंजिल से पहुंचने में तीन से चार मिनट लग गए, जबकि कुछ लोग अपना सामान उठाते हुए 10 मिनट में नीचे पहुंच गए।
इतनी देर में पहुंची ये सभी गाड़ियां
इसके बाद पीसीआर 12 मिनट में पहुंच गई, जबकि एंबुलेंस 14 मिनट में पहुंच गई, जबकि बम निरोधक दस्ता 28 मिनट में पहुंच गया। एनडीआरएफ दस्ता करीब 43 मिनट बाद पहुंचा। जबकि फायर ब्रिगेड की गाड़ी एक घंटे बाद पहुंची। यह हाल तब था, जब फायर स्टेशन यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर दरियागंज में है।
इतना ही नहीं, सिविक सेंटर में हमेशा खड़ी रहने वाली फायर गाड़ी भी तुरंत नहीं पहुंच सकी। एनडीएमसी सिविक सेंटर के ठीक सामने कमला मार्केट थाना है। यह महज एक मिनट की पैदल दूरी पर है। ऐसे में पीसीआर की गाड़ी 12 मिनट में पहुंच गई। जबकि मॉक ड्रिल में एंबुलेंस को पहुंचने में 14 मिनट लग गए।
मॉक ड्रिल के तहत सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स और एनसीसी कैडेट्स बारी-बारी से घायलों को लेकर आ रहे थे। हालांकि, एंबुलेंस के पहुंचने में देरी के कारण घायल काफी देर तक मौके पर ही रहे। मेडिकल टीम ने शुरुआती जांच की लेकिन वे भी एंबुलेंस का इंतजार करते रहे।
गौरतलब है कि सिविक सेंटर में ही एमसीडी का मुख्यालय है। 28 मंजिला इस इमारत की गिनती दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत में होती है। नगर आयुक्त से लेकर निगम के विभिन्न विभागों के अधिकारी इसी इमारत में बैठते हैं।

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