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    'अगले चुनाव में AAP से नहीं, कांग्रेस से होगा BJP का मुकाबला'; देवेंद्र यादव ने बताया आगे का प्लान

    Updated: Mon, 10 Feb 2025 09:23 AM (IST)

    दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi vidhan sabha Chunav result) में मिली हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने हौसला नहीं हारा है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने चुनाव भले हारा हो लेकिन हौंसला नहीं हारा। पार्टी अपनी हार के कारणों पर मंथन के साथ जल्द ही अगले चुनाव की तैयारियों में जुटेगी और निश्चित तौर पर सीटें भी हासिल करेगी।

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    दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव की फाइल फोटो। सौ.- जागरण

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Chunav Result) में लगातार तीसरी बार मिली करारी शिकस्त के एक दिन बाद रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव (Devender Yadav) ने पूर्ण आत्मविश्वास के साथ अपनी बात रखी।

    उन्होंने कहा कि पार्टी ने चुनाव भले हारा हो, लेकिन हौंसला नहीं हारा। पार्टी अपनी हार के कारणों पर मंथन के साथ जल्द ही अगले चुनाव की तैयारियों में जुटेगी और निश्चित तौर पर सीटें भी हासिल करेगी। पत्रकारों से बातचीत में यादव ने कहा कि लंबे समय से कांग्रेस संगठनात्मक रूप से कमजोर चल रही थी।

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    कई सीटों पर काफी अच्छा रहा वोट प्रतिशत

    मई 2024 में प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिलने के बाद महज आठ माह में उन्होंने पार्टी की मजबूती के लिए काफी काम किया। इसकी कमजोर होती नींव को फिर से मजबूत किया। मजबूत नींव की झलक इस चुनाव में नजर भी आई।

    बकौल देवेंद्र, "पिछले दो विधानसभा चुनाव में जहां मुख्य मुकाबला आप और भाजपा के बीच था, वहीं अबकी बार कांग्रेस ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया। अनेक सीटों पर पार्टी का मत प्रतिशत भी काफी अच्छा रहा है।निस्संदेह अगले चुनाव में मत प्रतिशत में वृद्धि के साथ- साथ पार्टी को सीटें भी मिलेंगी।"

    यादव ने कहा कि अगले चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच नहीं बल्कि कांग्रेस और भाजपा के बीच होगा। आम आदमी पार्टी तब तक पूर्णतया हाशिए पर आ चुकी होगी।

    कांग्रेस को क्यों हुआ नुकसान?

    उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक और मुस्लिमों का वोट जहां कांग्रेस को मिला था, वहीं इस बार वह आप के खाते में चला गया। 22 में से आप के खाते में 14 सीटें ऐसी ही हैं।

    ऐसा इसलिए क्योंकि इस वर्ग को लगा था कि सरकार आप बनाएगी। जबकि ऐसा हुआ नहीं। अगले चुनाव में आप के कमजोर हो जाने पर इस वर्ग का वोट कांग्रेस के पास आ जाएगा। तब कांग्रेस के खाते में सीटें भी आ जाएंगी।

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    कांग्रेस के किस उम्मीदवार को मिले सबसे ज्यादा वोट?

    इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए राहत की बात ये है कि मामूली ही सही, उसके मत प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही उसके कई प्रत्याशी भी बेहतर चुनाव लड़ते नजर आए।

    कस्तूरबा नगर से पार्टी उम्मीदवार अभिषेक दत्त सर्वाधिक मत प्रतिशत हासिल करने में सफल रहे और वह 32.1 प्रतिशत मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में कांग्रेस को कुल 6.43 प्रतिशत वोट मिले।

    वहीं, बादली से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने सर्वाधिक 41,017 मत हासिल करने में कामयाब रहे। इसके अलावा नांगलोई जाट से पार्टी प्रत्याशी रोहित चौधरी ने 20.18 प्रतिशत मत हासिल किए।

    मादीपुर से जेपी पवार ने 15.96 प्रतिशत, बल्लीमारान से हारुन यूसूफ ने 13.30 प्रतिशत, चांदनी चौक से मुदित अग्रवाल ने 12.76 प्रतिशत मत पाए।

    संगम विहार से हर्ष चौधरी को 12.63 प्रतिशत, सीलमपुर से अब्दुल रहमान को 12.42 प्रतिशत, मटिया महल से असीम अहमद खान को 12.20 प्रतिशत और पटपड़गंज से अनिल चौधरी को 11.98 प्रतिशत वोट मिले।

    पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी 70 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस की ओर से सर्वाधिक वोट पाने वालों में 10वें स्थान पर रहे। सर्वाधिक वोट प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव को मिले।