Delhi: 90 साल के बुजुर्ग की करोड़ों की संपत्ति हड़पने वाला केयर टेकर गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे किया पर्दाफाश
90 साल के बुजुर्ग की करोड़ों की संपत्ति हड़पने वाले केयर टेकर प्रिंस चौधरी को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। बीमार रहने पर उन्होंने अपनी देखरेख के लिए प्रिंस को बतौर केयर टेकर रख लिया था। बुजुर्ग की मृत्यु हो जाने के बाद उसने अपने भाई के साथ मिलकर मिलकर बुजुर्ग की प्रापर्टी के फर्जी दस्तावेज बनवा उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लिया था।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Crime: 90 साल के बुजुर्ग की करोड़ों रुपये की संपत्ति हड़पने वाले केयर टेकर प्रिंस चौधरी को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। पीड़ित बुजुर्ग, सेना में लेफ्टिनेंट थे। बीमार रहने पर उन्होंने अपनी देखरेख के लिए प्रिंस को बतौर केयर टेकर रख लिया था।
बुजुर्ग की मृत्यु हो जाने के बाद उसने अपने भाई के साथ मिलकर मिलकर बुजुर्ग की प्रापर्टी के फर्जी दस्तावेज बनवा उनकी संपत्ति पर कब्जा कर लिया था। बुजुर्ग की भतीजी की शिकायत पर पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद प्रिंस को गिरफ्तार कर लिया।
जानिए पूरा मामला
डीसीपी आर्थिक अपराध शाखा सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक 59 साल की बिंदू शर्मा ने शिकायत कर बताया था कि उनके चाचा लेफ्टिनेंट कृष्ण गोपाल दुआ की साजिश के तहत हत्या कर दी गई है। सुनील चौधरी, रोहित चौधरी, प्रिंस चौधरी व अन्य ने मिलकर करोड़ों रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए उनके चाचा के साथ धोखाधड़ी व जालसाजी की। उनके चाचा ने 2017 में प्रिंस को केयर टेकर के तौर पर रखा था।
प्रिंस ने बाद में अपने भाई रोहित चौधरी को ड्राइवर के रूप में उनके चाचा के पास रखवा दिया था। 2015 से उनके चाचा बीमार थे। उनकी मृत्यु के बाद प्रिंस ने रोहित चौधरी के पक्ष में संपत्ति संख्या ई-34 ग्रेटर कैलाश-एक की जीपीए सात मई 2018 की फोटो प्रति प्रस्तुत की, जिसपर रजिस्ट्रार कार्यालय, गाजियाबाद में निष्पादित किया गया। बाद में रोहित चौधरी और प्रिंस चौधरी ने उक्त संपत्ति अपने पिता रविंदर चौधरी के नाम करवा लिया और सेल डीड 22 मई 2019 को पंजीकरण प्राधिकरण, हौज़ खास में 1.10 करोड़ रुपये की राशि के लिए निष्पादित किया गया।
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गाजियाबाद में खोला फर्जी खाता
यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपिताें ने लेफ्टिनेंट कृष्ण गोपाल दुआ के नाम पर आईसीआईसीआई बैंक, मोदी नगर, गाजियाबाद में फर्जी खाता खोला था। जिसपर पुलिस ने 2020 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। इसके अलावा पूर्व नियोजित हत्या के आरोप के संबंध में भी ग्रेटर कैलाश में एक अन्य मुकदमा दर्ज कर जांच की गई।
जांच से पता चला कि आरोपितों ने कृष्ण गोपाल दुआ (अब दिवंगत) की वृद्धावस्था का फायदा उठाते हुए जाली जीपीए और वसीयत तैयार कर फर्जी तरीके से आइसीआइसीआइ बैंक, मोदीनगर, गाजियाबाद में एक संयुक्त बैंक खाता भी खुलवा लिया था। एसीपी एसएम शर्मा व इंस्पेक्टर जीएन तिवारी के नेतृत्व में हवलदार मुकेश, सुशील की टीम ने प्रिंस को 19 सितंबर को बरेली से गिरफ्तार कर लिया।
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