दिल्ली के 70 प्रतिशत व्यापार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेगा बोर्ड, 9 व्यापारी सदस्यों के लिए नेताओं की सक्रियता हुई तेज
दिल्ली व्यापारी कल्याण बोर्ड 70% से अधिक व्यापार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेगा जिसमें उद्योग सेवा और परिवहन क्षेत्र शामिल हैं। बोर्ड का उद्देश्य ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देना सरकार और उद्योग के बीच संवाद बढ़ाना और दिल्ली से बाहर जाने वाले उद्योगों को रोकना है। सदस्यों का चयन योग्यता और पारदर्शिता के आधार पर होगा जिसमें सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व रहेगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली व्यापारी कल्याण बोर्ड दिल्ली के 70 प्रतिशत से अधिक व्यापार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेगा। व्यापार के साथ ही उद्योग, सेवा क्षेत्र व ट्रांसपोर्ट जैसे क्षेत्र भी इससे जुड़े होंगे।
मामले से जुड़े प्रमुख जनप्रतिनिधि के अनुसार, यह केवल व्यापारी क्षेत्र के लिए सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उद्योग, होटल व रेस्तरां जैसे सेवा क्षेत्र तथा निजी बसें व ट्रकों वाले ट्रांसपोर्ट जैसे क्षेत्र के मामलों से यह गंभीरता से जुड़ा हाेगा।
यह समग्र बोर्ड होगा, जिसमें व्यापार से जुड़े सभी क्षेत्र आएंगे। यह दिल्ली के व्यापारिक क्षेत्र का 70 प्रतिशत से अधिक का हिस्सा होगा। इससे केवल चिकित्सक, अधिवक्ता व चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) जैसे सेवा क्षेत्र ही अलग होंगे।
जानकारों के अनुसार,इस बोर्ड के गठन की औपचारिक प्रक्रिया अगले माह के आरंभ से शुरू होगी। जिसमें व्यापार क्षेत्र के प्रतिनिधियों की सूची, बोर्ड का एजेंडा, विभिन्न विभागों से अधिकारियों का प्रतिनिधित्व जैसे मामले तय किए जाएंगे। इन सारी प्रक्रियाओं को पूरा होने में एक माह का वक्त लगने का अनुमान है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को मिलेगा बढ़ावा
दिल्ली के व्यापार वर्ग द्वारा बोर्ड के गठन की मांग लंबे अर्से से की जा रही थी। शीला दीक्षित की सरकार में यह था, लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार में इसका गठन नहीं किया गया था।
अब मौजूदा रेखा गुप्ता की सरकार ने गत 25 जून के बोर्ड के गठन की घोषणा की है, जिसके तहत ईज आफ डूइंग बिजनेस का बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार और उद्योग, व्यापार तथा सेवा क्षेत्र में संवाद बढ़ाया जाएगा। प्रयास होगा कि दिल्ली से बाहर जाते उद्योग कारोबार को रोका जाए और उन्हें दिल्ली में सकारात्मक माहौल दिया जाए।
वैसे, नौ व्यापारी सदस्यों के लिए दिल्ली के व्यापारी नेताओं द्वारा सत्तारूढ़ भाजपा के जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों के यहां गणेश प्रक्रिया तेज है। एक प्रमुख जनप्रतिनिधि ने बताया कि अब तक दिल्ली के 60 से अधिक व्यापारी नेता उनके यहां दावेदारी जता चुके हैं। उन्होंने बताया कि सदस्यों की चयन प्रक्रिया पारदर्शिता व योग्यता पर होगी। इसमें दिल्ली के सभी क्षेत्र के व्यापार, उद्योग व सेवा क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व रहेगा।
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