Delhi Vidhan Sabha: दिल्ली विधानसभा होगी पूरी तरह से डिजिटल, 'नेवा' एप लागू करने की तैयारी
दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही अब डिजिटल होगी। नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन (नेवा) को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। नेवा एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जो विधायी कार्यों को कागज रहित और डिजिटल रूप से संपन्न बनाएगा। इससे सूचनाओं का प्रस्तुतिकरण मंत्रियों के उत्तर समिति रिपोर्ट और डिजिटल लाइब्रेरी तक पहुंच जैसी सुविधाएं मिलेंगी।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi News: दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही को डिजिटल करने की दिशा में विस अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इसमें दिल्ली विधानसभा में नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन (नेवा) को लागू करने पर विस्तृत चर्चा की गई। नेवा (नेवा) टीम का नेतृत्व अतिरिक्त सचिव एवं मिशन लीडर डॉ. सत्य प्रकाश ने किया।
नेवा एक एकीकृत डिजिटल मंच के रूप में करेगा काम
बैठक के दौरान, नेवा टीम ने एप्लिकेशन की प्रमुख विशेषताओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। नेवा एक एकीकृत डिजिटल मंच के रूप में कार्य करेगा, जो सभी विधायी कार्यों को कागज रहित और डिजिटल रूप से संपन्न बनाएगा।
इसके अंतर्गत सूचनाओं का प्रस्तुतिकरण, मंत्रियों के उत्तर, विधायी कार्यवाही, चर्चाएं, समिति रिपोर्ट और डिजिटल लाइब्रेरी तक पहुंच जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह पहल आधुनिक, पारदर्शी और प्रभावी विधायी प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सभी विधानसभाओं में डिजिटल गवर्नेंस को दिया जाए बढ़ावा-स्पीकर
परियोजना की त्वरित प्रगति पर बल देते हुए गुप्ता ने इसके 100 दिनों के भीतर सफल क्रियान्वयन का निर्देश दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “वन इंडिया, वन एप्लिकेशन” दृष्टिकोण को दोहराते हुए कहा कि सभी विधानसभाओं में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
जिससे कार्यों की सुगमता, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि विधानसभा के मानसून सत्र से पहले यह कार्य पूरा हो जाएगा।
पूरी तरह से से पेपरलेस होगी दिल्ली विधानसभा
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले प्रशासन की उदासीनता और निजी परामर्शदाताओं तथा विक्रेताओं से जुड़ी असफलताओं के कारण ई-विधान परियोजना पिछले एक दशक से लंबित थी।
लेकिन अब, दिल्ली विधानसभा (Delhi Vidhan Sabha) पूरी प्रतिबद्धता के साथ इस परियोजना को तेजी से पूरा करने की दिशा में अग्रसर है। इसका उद्देश्य विधानसभा को प्रभावी, पारदर्शी और पर्यावरणीय रूप से अनुकूल विधायी संस्थान में परिवर्तित करना है।
नेवा के सफल क्रियान्वयन के साथ, दिल्ली विधानसभा पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस गवर्नेंस मॉडल की ओर कदम बढ़ाएगी, जिससे कार्यकुशलता में वृद्धि होगी और जनता को विधायी कार्यवाही की बेहतर पहुंच उपलब्ध होगी।
गौरतलब है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सत्ता में रहते हुए दिल्ली विधानसभा को ई-विधानसभा बनाने का जो काम पिछले 10 साल में नहीं हो सका, अब भाजपा के सत्ता में आने पर जल्द शुरू होने की उम्मीद दिखाई दे रही है। इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) गंभीर नजर आ रहे हैं और इसे लेकर वो लगातार बैठकें कर रहे हैं।
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