दिल्ली में चुनाव आचार संहिता लगते ही फ्लाइंग स्क्वायड हो जाएगा सक्रिय, अलग-अलग लोकेशन पर लगेंगे तीन-तीन नाके
दिल्ली विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही पश्चिमी जिले में तैयारियां जोरों पर हैं। आचार संहिता लागू होने से पहले सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मतदान निष्पक्ष हो और अधिक से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें इसके लिए जिला निर्वाचन विभाग प्रतिबद्ध है। आचार संहिता लगते ही अलग-अलग जगहों पर नाके लग जाएंगे।

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस दौरान निर्वाचन विभाग का कड़ा पहरा हर जगह नजर आएगा। पश्चिमी जिला निर्वाचन विभाग के अंतर्गत आने वाले सात विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की बात करें तो प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निगरानी के लिए अलग अलग लोकेशन पर तीन-तीन नाके लगाए जाएंगे।
इन नाकों पर संदिग्ध नजर आने वाले वाहनों की तलाशी, वाहन पर सवार लोगों से पूछताछ का दायित्व रहेगा। इसके अलावा तीन तीन फ्लाइंग स्क्वायड की नियुक्ति प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों के लिए हाेगी। ये फ्लाइंग स्क्वायड विधानसभा क्षेत्र में हो रही तमाम गतिविधियों पर भ्रमण कर निगरानी में जुटे रहेंगे।
मतदाता सूची से जुड़ा काम जोरों पर
पश्चिमी जिला के अंतर्गत आने वाले सात निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 13 लाख 24 हजार मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें करीब 6.24 लाख मतदाता महिलाएं हैं। अभी मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के चलते इसे अंतिम आंकड़ा नहीं माना जा सकता है। संभव है कि इस संख्या में अभी बढ़ोतरी हो या इसमें कमी हो।
पुनरीक्षण के तहत अभी फार्म छह (सूची में नाम जुड़वाना), सात (किसी पंजीकृत नाम पर आपत्ति दर्ज कराना) व आठ (परिवर्तित पते पर नाम पंजीकृत कराना) भरने का काम चल रहा है। जो फार्म जमा हो चुके हैं, उनकी सत्यता जांची जा रही है। मतदाता सूची को लेकर जिस तरह से आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है, इसे देखते हुए यह कार्य काफी संवेदनशील हो गया।
फार्म सात में किए जा रहे दावे की हो रही पड़ताल
निर्वाचन विभाग फार्म सात के तहत आपत्ति से जुड़े तमाम दावों की सत्यता की पड़ताल में जुटा है। इस फार्म के माध्मय से कोई भी व्यक्ति, राजनीतिक दलों का कार्यकर्ता मतदाता सूची में किसी का नाम गलत तरीके से दर्ज करने को लेकर आपत्ति जता जा सकता है। 29 अक्टूबर से पांच दिसंबर के बीच पश्चिमी जिला निर्वाचन विभाग को करीब 12 हजार मतदाताओं को लेकर आपत्ति मिल चुकी है। इन आपत्तियों में करीब 4777 आपत्तियों को स्वीकार किया गया वहीं करीब 3225 आपत्तियों को अस्वीकार किया जा चुका है। करीब 3948 आपत्तियां अभी विचाराधीन हैं।
तीन स्तरीय पड़ताल के बाद ही लिया जाता है निर्णय
फार्म सात आवेदन के माध्यम से किए जा रहे दावों को लेकर जिला प्रशासन तीन स्तरीय पड़ताल करता है। पहले स्तर पर बीएलओ जांच करते हैं। इसके बाद बीएलओ सुपरवाइजर की जांच होती है और अंत में ईआरओ या एईआरओ के स्तर पर जांचं होती है। इस जांच बाद ही निर्णय होेता है। जिन जिन लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने हैं, उनकी एक सूची सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी दी जाती है ताकि वे भी अपने स्तर पर जांच कर लें।
पश्चिमी जिला निर्वाचन विभाग के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र
- नांगलोई जाट
- मोतीनगर
- मादीपुर
- राजौरी गार्डन
- हरिनगर
- तिलक नगर
- जनकपुरी
85 से अधिक के मतदाता की सहूलियत का रखा जाएगा ध्यान
फिलहाल जिले में 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या करीब 14868 है। इस उम्र में कई बुजुर्ग घर से निकलकर मतदान केंद्र तक जाने में दिक्कत महसूस करते हैं। ऐसे बुजुर्ग के लिए घर से ही मतदान की सुविधा उपलब्ध कराने की बात चल रही है। ऐसे बुजुर्गों से मिलने बीएलओ स्वयं जाएंगे और बुजुर्ग की अनुमति मिलने पर घर से ही उनके मतदान का प्रबंध किया जाएगा। जिले में थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 84 है।
अधिसूचना लगने के तत्काल बाद आचार संहिता लग जाएगी। इसके पूर्व की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मतदान निष्पक्ष हो, अधिक से अधिक मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल करें, इसे लेकर हम लोग प्रतिबद्ध हैं। मतदाता जागरुकता के लिए स्वीप से जुड़े क्रियाकलाप की योजना भी तैयार की जा रही है। - डॉ. किन्नी सिंह, जिला निर्वाची पदाधिकारी, पश्चिमी जिला
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