दिल्ली में लोकसभा में कम तो विधानसभा चुनाव में होती है रिकॉर्ड वोटिंग, क्या कहता है बीते चुनावों का आंकड़ा
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान का रिकॉर्ड टूटेगा या नहीं ये तो 8 फरवरी को पता चलेगा लेकिन पिछले चुनावों के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में लोकसभा चुनाव के मुकाबले विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत हमेशा ज्यादा रहा है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों में मतदान 62 प्रतिशत से अधिक रहा है।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। 'आपका वोट, आपकी ताकत', 'दिल्ली दिल से वोट करेगी' जैसे नारों से चुनाव आयोग इस विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिए मतदाताओं को प्रेरित करने में जुटा हुआ है। यदि चुनाव आयोग का प्रयास रंग लाया और मतदाताओं ने अपना पूरा दमखम दिखाया तो इस चुनावी दंगल में दिल्ली के दबंग मतदाताओं के सामने एक मतदान का एक नया रिकॉर्ड बनाने का बेहतरीन मौका है। पिछले चुनावों के आंकड़े भी इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं।
थोड़ी चिंता की बात यह है कि पिछले वर्ष मई में हुए लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 58.78 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि लोकसभा चुनाव के मुकाबले विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मतदाता अधिक बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव के दो वर्ष बाद वर्ष 1993 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में 13.23 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था।
लोकसभा के मुकाबले विधानसभा में अधिक वोटिंग
यह क्रम वर्ष 1998 के एक विधानसभा चुनाव को छोड़कर आगे भी लगातार जारी रहा। यही वजह है कि वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद वर्ष 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 14.17 प्रतिशत, वर्ष 2014 व वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद हुए दो विधानसभा चुनावों में क्रमश: 2.37 प्रतिशत व दो प्रतिशत अधिक मतदान हुआ था। इससे यह बात तय दिख रही है कि इस विधानसभा चुनाव में लोकसभा चुनाव के मुकाबले मतदान अधिक होगा।
पिछले तीन विधानसभा चुनावों में बना रिकॉर्ड
वैसे भी पिछले तीन विधानसभा चुनावों में दिल्ली में मतदान 62 प्रतिशत से अधिक रहा है। वर्ष 2015 के चुनाव में सबसे अधिक 67.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। पिछले विधानसभा चुनाव में 4.87 प्रतिशत मतदान घट गया था। फिर भी 62.60 प्रतिशत मतदान हुआ था। आयोग के सामने पिछले तीन विधानसभा चुनावों का रिकॉर्ड बरकरार रखते हुए मतदान प्रतिशत बढ़ाने की है चुनौती। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने बड़े स्तर पर किए जागरूकता अभियान चलाया।
संगीत कार्यक्रम और वाकाथन कराए गए
इसी क्रम में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय ने 15 जनवरी से सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में करीब तीन हजार ऑटो के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया। कई बड़े गीत संगीत कार्यक्रम, वाकाथन इत्यादि कराए गए। चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता अभियान में इंटरनेट मीडिया का सहारा लिया।
पहली बार क्यूएमएस ऐप हुआ लॉन्च
जिला निर्वाचन कार्यालयों द्वारा भी प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों व कम मतदान वाले इलाकों की पहचान कर जागरूकता अभियान चलाए गए। साथ ही सीईओ कार्यालय ने पहली बार क्यूएमएस ऐप जारी कर मतदान केंद्र पर लाइन में लगे मतदाताओं की संख्या जानने की सुविधा दी है। इससे मतदाता अपनी सुविधा के अनुसार भीड़ कम होने पर मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डाल सकेंगे।
इस बार युवा केंद्रित मतदान केंद्र बनाए गए
सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में एक पिंक बूथ व दिव्यांगों को प्रेरित करने के लिए दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा संचालित बूथ व युवाओं को प्रेरित करने के लिए इस बार युवा केंद्रित मतदान केंद्र बनाए गए हैं। बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं के लिए पिक एंड ड्राप की व्यवस्था की भी गई है।
अब मतदाताओं को अपनी जिम्मेदारी निभाने की बारी है। दिल्ली में सबसे अधिक रिकॉर्ड मतदान (71.31 प्रतिशत) वर्ष 1977 के लोकसभा चुनाव में हुआ था। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक एक बार भी मतदान का आंकड़ा 70 प्रतिशत नहीं पहुंचा है। इस बार मौसम खुशनुमा है। उम्मीद है कि अधिक संख्या में लोग वोट देने के लिए घर से निकलेंगे।
पिछले दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदान
चुनावी वर्ष | मतदान प्रतिशत |
2020 | 62.60 |
2015 | 67.47 |
2013 | 66.02 |
2008 | 57.60 |
2003 | 53.42 |
1998 | 48.99 |
1993 | 61.75 |
पिछले लोकसभा चुनावों में मतदान की स्थिति
वर्ष | मतदान प्रतिशत |
2024 | 58.78 |
2019 | 60.60 |
2014 | 65.10 |
2009 | 51.85 |
2004 | 47.09 |
1999 | 43.54 |
1998 | 51.29 |
1996 | 50.62 |
1991 | 48.52 |
सीईओ कार्यालय द्वारा आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम
- 2 फरवरी- मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से विंटेज ड्राइव रैली
- 1 फरवरी- इंडिया गेट पर प्रोजेक्शन मैपिंग शो का आयोजन।
- 1 फरवरी- सौ युवाओं ने साइकिल रैली निकालकर मतदान का दिया संदेश।
- 29 जनवरी- कुतुब मीनार में जागरूकता कार्यक्रम।
- 19 जनवरी- युवा मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए पूर्वी दिल्ली में वाकाथन।
- 18 जनवरी- आगाज-ए-वोटिंग गीत संगीत कार्यक्रम।
- 14 जनवरी- वोटर बीट्स संगीत कार्यक्रम
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