11 साल में ऐसा दूसरी बार ही हुआ, जब दशहरा पर दिल्ली में सांस लेने लायक रही हवा; AQI रहा कम
दिल्ली में मौसम की मेहरबानी से वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इस साल का दशहरा पिछले 11 सालों में दूसरा सबसे साफ हवा वाला रहा। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गिरकर संतोषजनक श्रेणी में आ गया। बारिश और हवा ने प्रदूषकों को जमने से रोका जिससे प्रदूषण का स्तर कम हुआ। पिछले साल दशहरा के बाद एक्यूआई में वृद्धि देखी गई थी लेकिन इस साल स्थिति बेहतर रही।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। इसे मौसम की मेहरबानी या झमाझम वर्षा का असर ही कहेंगे कि इस साल का दशहरा 11 सालों में दूसरा सबसे साफ हवा वाला रहा।
इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 21 दिन से 100 से ऊपर चल रहा दिल्ली का एक्यूआई अगले दिन शुक्रवार को 100 से नीचे अर्थात
'मध्यम' से 'संतोषजनक' श्रेणी में आ गया। बृहस्पतिवार को यह 123 था जबकि शुक्रवार को 88 दर्ज किया गया। इससे पहले 2022 में ऐसा हुआ था जब दशहरे से अगले दिन यह 'खराब' से 'संतोषजनक' श्रेणी में पहुंच गया था।
रुझान बताते हैं कि दशहरा के बाद प्रदूषण में वृद्धि आम बात रही है। पिछले साल, दशहरे के दिन एक्यूआइ 155 से बढ़कर अगले दिन 224 हो गया था।
जबकि 2023 में यह 220 से बढ़कर 243 हो गया था। हाल के वर्षों में दशहरे के बाद 26 अक्टूबर 2020 को सबसे खराब एक्यूआई रिकार्ड किया गया था, जब यह बहुत खराब श्रेणी में 353 तक पहुंच गया था।
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि दोपहर और शाम के समय कहीं हल्की एवं कहीं झमाझम वर्षा और लगभग 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवाओं ने प्रदूषकों को जमा होने से रोका।
स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा, "अभी सर्दी आनी बाकी है। परिस्थितियों ने प्रदूषकों को तितर-बितर करने में मदद की। वर्षा और हवा के बिना प्रदूषण का स्तर निश्चित तौर पर ज्यादा ही होता।"
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार शाम सभी प्रमुख निगरानी केंद्रों पर पीएम 2.5 के स्तर में अस्थायी वृद्धि देखी गई।
उदाहरण के लिए आनंद विहार में, पीएम 2.5 का स्तर रात 8 बजे 68 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से बढ़कर रात 9 बजे 96 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गया और रात 11 बजे तक घटकर 41 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर आ गया।
पंजाबी बाग, आरके पुरम और अशोक विहार में भी इसी तरह के रुझान देखे गए, जहां अधिकतम स्तर 88 से 141 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के बीच रहा।
विशेषज्ञों ने बताया कि हालांकि ये स्तर सुरक्षित एक घंटे के मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से ज़्यादा थे, लेकिन दिवाली के समय के उच्चतम स्तर से काफ़ी कम थे, जो सुरक्षित सीमा से 30 गुना ज़्यादा हो सकता है।
दशहरा वाले और अगले दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स
वर्ष | AQI (दशहरा के दिन) | AQI (दशहरा के अगले दिन) |
2025 | 123 (2 अक्टूबर) | 88 (3 अक्टूबर) |
2024 | 155 (12 अक्टूबर) | 224 (13 अक्टूबर) |
2023 | 220 (24 अक्टूबर) | 243 (25 अक्टूबर) |
2022 | 211 (5 अक्टूबर) | 79 (6 अक्टूबर) |
2021 | 198 (15 अक्टूबर) | 284 (16 अक्टूबर) |
2020 | 349 (25 अक्टूबर) | 353 (26 अक्टूबर) |
2019 | 112 (8 अक्टूबर) | 173 (9 अक्टूबर) |
2018 | 276 (19 अक्टूबर) | 326 (20 अक्टूबर) |
2017 | 198 (30 सितंबर) | 196 (01 अक्टूबर) |
2016 | 283 (11 अक्टूबर) | 223 (12 अक्टूबर) |
2015 | NA (22 अक्टूबर) | 292 (23 अक्टूबर) |
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